अमेरिका में पढ़ेगा बिहार के ग़रीब मज़दूर का बेटा, जानिए किस तरह चमकी क़िस्मत ?
आपने अकसर यह सुना होगा कि मेहनत करने से कामयाबी ज़रूर मिलती है, लेकिन कभी-कभी आपको पास हुनर तो होता है, लेकिन आर्थिक मजबूरी की वजह से आप सपनों की उड़ान नहीं भर पाते हैं।
पटना,8 जुलाई 2022। आपने अकसर यह सुना होगा कि मेहनत करने से कामयाबी ज़रूर मिलती है, लेकिन कभी-कभी आपको पास हुनर तो होता है, लेकिन आर्थिक मजबूरी की वजह से आप सपनों की उड़ान नहीं भर पाते हैं। कई बार ऐसा भी होता है कि आपके पास हुनर है और आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, फिर भी आप अपने ख्वाब को पूरा कर लेते हैं। ऐसा ही एक मामला बिहार के पटना जिले के गांव से देखने को मिला है। दरअसल फुलवारीशरीफ में गोनपुरा गांव के रहने ग़रीब मजदूर के बेटे को अमेरिका में पढ़ने के लिए फ़ेलोशिप मिली है। भारत से 6 नाम इस स्कॉलरशिप के लिए भेजे गए थे।
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ग़रीब मज़दूर के बेटे को मिली फेलोशिप
बिहार के मजदूर के बेटे प्रेम कुमार को अमेरिका के प्रतिष्ठित लाफायेट कॉलेज की तरफ़ से ढाई करोड़ रुपये की फेलोशिप दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक 17 वर्षीय छात्र प्रेम कुमार महादलित समदाय से आते हैं। उन्हें अमेरिका के कॉलेज से फ़ेलोशिफ मिलना पूरे समाज के लिए गर्व की बात है। ग़ौरतलब है कि फ़ेलोशिप मिलने की जानकारी शरद सागर(सीईओ-संस्थापक, डेक्सटेरिटी ग्लोबल) ने खुद दी है।
अमेरिका के लाफायेट कॉलेज में पढ़ेंगे प्रेम
डेक्सटेरिटी ग्लोबल के सीईओ और संस्थापक शरद सागर की मानें तो छात्र प्रेम कुमार वहां मैकेनिकल इंजीनियरिंग और अंतर्राष्ट्रीय संबंध की पढ़ाई करेंगे। आपको बता दें कि लाफायेट कॉलेज की स्थापना 1826 ई. में हुई थी। डेक्सटेरिटी ग्लोबल की तरफ़ से नेतृत्व और कैरियर विकास कार्यक्रमों के तहत प्रेम कुमार को प्रशिक्षण दिया जाएगा। शरद सागर की मानें तो विश्व भर में छात्रों ने संगठन के करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम डेक्सटेरिटी टू कॉलेज के तहत सर्वश्रेष्ठ विद्यालय में से 100 करोड़ से अधिक छात्रवृत्ति हासिल की है।
प्रेम को 2.5 करोड़ रुपये की मिली स्कॉलरशिप
अमेरिका के कॉलेज की तरफ़ से प्रेम कुमार को 2.5 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप मिली है। इसके तहत लाफायेट कॉलेज में प्रेम कुमार की 4 सालों की शिक्षा में आने वाले सभी खर्च स्कॉलरशिप के ज़रिए वहन की जाएगी। इसमें ट्यूशन, , किताबें, रहने, स्वास्थ्य बीमा, यात्रा का खर्च आदि सबकुछ शामिल है। प्रेम कुमार ने खुशी ज़ाहिर करते हुए कहा कि डेक्सटेरिट ग्लोबल की वजह से मुझे यह मौक़ा मिल पाया है।
अन्य छात्रों को मिलेगी प्रेरणा
शरद सागर ने मीडिय से मुखातिब होते हुए कहा कि यह मुमकिन है कि प्रेम कुमार पहले महादलित छात्र हैं जिन्हें यह फेलोशिप मिली है। प्रेम कुमार का यह सफ़र अन्य छात्रों के लिए प्रेरणादायक रहेगा। क्योंकि बिहार के महादलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले प्रेम कुमार पहले छात्र हैं जिन्हें अमेरिका से स्कॉलरशिप मिली है। इनको फेलोशिप मिलने से अन्य छात्रों में भी पढ़ाई को लेकर सपनों की उड़ान भरने की ख्वाहिश होगी और वह छात्र भी स्कालरशिप के लिए महेनत करेंगे।
2.5 करोड़ की फेलोशिप मिलने से बढ़ा हौसला
आपको बता दें कि प्रेम कुमार अपने परिवार के पहले सदस्य हैं जो कॉलेज जाकर अपनी शिक्षा पूरी करेंगे। प्रेम कुमार के परिवार की आर्थिक स्थिति की बात की जाए तो बीपीएल श्रेणी में उनका परिवार आता है। राशन कार्ड के ज़रिए परिवार को राशन मिलता है। उनके पिता दिहाड़ी मज़दूर हैं और वह पांच बहनों में एक अकेला भाई है। प्रेम कुमार की मां का निधन काफी दिन पहले हो गया था। मौजूदा समय में शोषित समाधान केंद्र से प्रेम कुमार 12वीं की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें 2.5 करोड़ की फ़ेलोशिप मिलने पर पूरे समाज के लोग जमकर प्रेम कुमार की तारीफ़ कर रहे हैं।
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