Rahul Gandhi से मुलाकात की तमन्ना में एक गुमनाम कलाकार, देना चाहते हैं ख़ास तोहफ़ा
Rahul Gandhi से मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, इसके साथ उन्होंने राहुल गांधी को देने के लिए एक बेहतरीन तोहफा भी बनाया है, जो कि राहुल गांधी की दादी पूर्व पीएम स्व. इंदिरा गांधी की प्रतिमा है।
Rahul Gandhi : कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं, लोगों से मिल रहे हैं उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार के भागलपुर जिले का एक कलाकार राहुल गांधी से मुलाक़ात की तमन्ना लिए हुए है। वह राहुल गांधी से मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं, इसके साथ उन्होंने राहुल गांधी को देने के लिए एक बेहतरीन तोहफा भी बनाया है, जो कि राहुल गांधी की दादी पूर्व पीएम स्व. इंदिरा गांधी की प्रतिमा है। भागलपुर के गुमनाम कलाकार संजवी कुमार शर्मा की दिली ख्वाहिश है कि वह राहुल गाधी से मुलाकात कर अपनी कला दिखा सकें और उनके सामने अपनी बात रख सकें।
ग्रामीण मानते हैं बेहतरीन कलाकार
हुसैनाबाद (भागलपुर) निवासी संजीव कुमार शर्मा को ग्रामीण बेहतरीन कलाकार की संज्ञा देते हैं। वह अक्सर देश की महान हस्तियों की प्रतिमा बनाकर उनकी जन्मतिथि या पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में आयोजकों, राजनेताओं और पदाधिकारियों को तोहफे के तौर पर पेश करते रहते हैं। उन्हें हौसला अफज़ाई के लिए शॉल और सम्मान पत्र तो मिलता है लेकिन उनकी कलाकारी को से अपने परिवार की ज़िम्मेदारियों कों पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
बेहतरीन कलाकारी लेकिन नहीं मिली पहचान
संजीव कुमार शर्मा के हुनर को पहचान नहीं मिल पा रही है, जबकि उनकी कलाकारी काफी बेहतरीन है। अपने कला के ज़रिए वह देशभक्ति का जज्बा दिखा रहे लेकिन परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। पांच सदस्यों के परिवार को पालने के लिए मूर्तिकार संजीव कभी बढ़ई, तो कभी मज़दूरी तो कभी कभी ईंट-बालू उठाकर ज़िदगी बसर करते हैं। इसके बाद जब वक्त बचता है तो वह स्ट्रीट लाइट या फिर लालटेन की रोशनी में महापुरुषों की प्रतिमा बनाते हैं।
लालटेन की रोशनी में बनाते हैं प्रतिमा
मूर्तिकार संजीव कुमार शर्मा का कहना है कि इंसान को किसी भी रूप में देशभक्ति निभाना चाहिए। ज्यादा बड़ा काम तो नहीं कर पा रहा हूं लेकिन महापुरुषों की प्रतिमा बनाकर आने वाली पीढ़ियों के लिए देश की महान हस्तियों की याद जिंदा कर रहा हूं। आर्थिक तंगी की वजह से घर में बिजली कनेक्शन नहीं है, इसलिए स्ट्रीट लाइट और लालटेन की रोशनी में प्रतिमा बनाते हैं।
आर्थिक मदद की सरकार से लगाई गुहार
संजीव कुमार शर्मा की पत्नी जूली देवी, बेटी प्रियंका और प्रिया और बेटा राहुल मूर्तियां बनाने में काफी मदद करते हैं। संजीव की पत्नी ने बताया कि बिजली नहीं होने की वजह से बच्चे मोमबत्ती की रोशनी में पढ़ते। वहीं उनके पति बाहर स्ट्रीट लाइट में मूर्ति बनाते हैं। मूर्तिकार संजीव ने कहा कि सरकार सभी वर्गों और क्षेत्र के लोगों को आर्थिक मदद पहुंचाती है लेकिन मूर्तिकारों के लिए कोई सुविधा नहीं है। सरकारी की तरफ से मूर्तिकारों को भी मदद मिलनी चाहिए ताकि हम लोग अपने परिवार को पाल सकें। संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि सरकार मूर्तिकारों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। सरकार की तरफ से मदद मिलने से हमलोगों के हुनर को भी पहचान मिल सकती है।
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