75 साल का दूल्हा, 60 की दुल्हन, 45 साल साथ रहने के बाद बेटे-पोते ने कराई शादी
पटना। बिहार के सोनपुर जिला स्थित हरिहरनाथ मंदिर में उस वक्त सब चौंक गए जब 75 वर्षीय दूल्हा और 60 वर्षीय दुल्हन एक-दूसरे के साथ शादी करने के लिए पहुंचे। बुजुर्ग दूल्हा-दुल्हन को लेकर शादी कराने इनका बेटा और पोता हरिहरनाथ मंदिर आए थे। धूमधाम से दोनों की शादी की गई और इस शादी में आसपास के लोगों के साथ दोनों परिवार के लोग शामिल थे।
बैजनाथ और शगुन की जोड़ी
दुल्हन बनी महिला 45 वर्षों से दूल्हे के बाल-बच्चे और परिवार की सेवा कर रही थी जिसके बाद बुजुर्ग के बेटा-पोता ने यह फैसला किया कि दोनों की शादी करा दी जाए और दोनों को सोनपुर स्थित बाबा हरिहर नाथ मंदिर लाया गया। बिहार के वैशाली जिला के लालगंज के जगन्नाथ वसंत गांव के रहने वाले बैजनाथ सिंह भीएलडब्ल्यू में नौकरी करते थे और फिलहाल सेवानिवृत्त हैं। रांची में भीएलडब्ल्यू नौकरी करते समय उनकी पहचान शगुन सांगा से हुई जो उन्हीं के मकान में किराए पर रहती थी।
1971 से दोनों रह रहे सााथ
बात 1971 की है जब पत्नी भी उनके साथ रहती थी। अचानक बीमारी के कारण पत्नी की मृत्यु हो गई और उनके छोटे बेटे प्रवीण कुमार की तबीयत बहुत खराब हुई तो शगुन ने इस बीमारी में उनके बेटे की काफी सेवा की। इसी बीच दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी और तब से दोनों साथ रहने लगे। साथ रहने के बाद उनके बच्चे के पालन-पोषण से लेकर घर के प्रत्येक कार्य को करती रहती थी। इसी दौरान बच्चे बड़े हुए और उनकी भी शादी हो गई। फिर बच्चों ने इन दोनों की शादी कराने का फैसला किया और उन्हें लेकर हरिहरनाथ मंदिर पहुंचे जहां विधिवत दोनों की शादी की गई।
दोनों बुजुर्ग शादी से काफी खुश
इस शादी को लेकर दूल्हा बने जगन्नाथ सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि हमारी पत्नी के मरने के बाद शगुन ने हमारे पूरे परिवार का ख्याल रखा, ऐसे में अब उसका क्या होगा इसलिए हमने शादी करने का फैसला किया और इस शादी से हम दोनों काफी खुश हैं। वही दुल्हन बनी शगुन ने बातचीत करते हुए कहा कि इस शादी से वह काफी खुश है। वे शादी के पहले से ही इस परिवार को अपना परिवार मानती आई हैं। इस शादी में दूल्हे के बेटा-पोता के साथ-साथ पूरा परिवार शामिल हुआ और इस शादी को देखने के लिए आसपास के लोगों की भी भीड़ लगी रही।
Read Also: 'रात में हम दोनों बिना खाना खाए सोये थे, जगने पर देखा पति जिंदा नहीं थे'