दंगा आरोपियों से जेल में मिलने के बाद उनके परिजनों से मिले गिरिराज सिंह, कहा- इंसाफ दिला कर रहूंगा
पटना। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नवादा के जेल में बंद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के परिजनों से रविवार को मुलाकात की। इस दौरान कैलाश विश्वकर्मा के बेटे से मिलकर गिरिराज सिंह कैमरे के सामने ही रो पड़े। इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री ने आरोपी के परिजनों से मुलाकात के बाद यह भी कहा कि ये लोग हमेशा से शांति व्यवस्था कायम करने के लिए काम करते रहे हैं। आप इन्हें दंगाई कैसे कह सकते हैं? आपको बता दें कि एक के बाद एक केंद्रीय मंत्रियों के हिंसा के आरोपियों से मुलाकात से सियासत गर्मा गई है।
पीड़ित परिवार से मिलने के दौरान गिरिराज ने हिंदू संगठन के नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर राज्य सरकार और प्रशासन पर हमला बोला। गिरिराज ने कहा कि जिन लोगों ने पोस्टर फाड़े, हिंसा की उनको छोड़ दिया गया। पुलिस ने इस कार्रवाई से लोगों को उकसाने का काम किया है। शासन-प्रशासन को लगता है कि बहुसंख्यकों को दबाने से सामाजिक सद्भाव कायम होगा। इन सभी परिवार वालों से मिलने के बाद गिरिराज सिंह ने कहा कि इनके परिजन जेल में गलत तरीके से बंद हैं। उनके साथ इंसाफ होना चाहिए।
गिरफ्तार हिंदू नेताओं के पक्ष में उतरे केंद्रीय मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार में रहकर भी कुछ नहीं कर पाने की विवशता है। उन्होंने कहा कि सरकार का काम निष्पक्ष होकर काम करना है। जेल में बंद विहिप के जिला मंत्री कैलाश विश्वकर्मा के परिजनों से मुलाकात के दौरान गिरिराज अपने आप को रोक न सके। उन्होंने कहा कि नवादा का सांसद होने के नाते मैं सभी गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को इंसाफ दिलाउंगा। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं के परिवार वालों से मिलने से पहले पर गिरिराज सिंह स्थानीय शिव मंदिर में भी गए और वहां पूजा अर्चना की तथा जेल में बंद बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं की रिहाई के लिए पूजा की। उल्लेखनीय है कि बिहार के नवादा जिले में इसी साल मार्च में एक प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने के बाद दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जिस आरोपी के परिजनों से मुलाकात की, वह इसी मामले का संदिग्ध है।