RJD विधायक पर FIR, सुबह ही लगाए थे नीतीश कुमार पर आरोप
राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि नीतीश कुमार महागठबंधन के लिए ईमानदार नहीं थे
पटना। आरेजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर कई केस दर्ज हुए है इसी बीच आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र पर भी केस दर्ज हो गया है। पुलिस ने भाई वीरेंद्र पर बालू के अवैध खनन के आरोप में एफआइआर दर्ज किया गया है। उनपर बालू माफियाओं से सांठ-गांठ करने के आरोप हैं।
नीतीश
कुमार
पर
लगाए
थे
आरोप
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खास और मनेर विधायक भाई वीरेंद्र ने मंगलवार सुबह अपनी हत्या हो जाने की आशंका जताते हुए बिहार के मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह कभी भी मेरी हत्या करवा देंगे क्योंकि मैं सच बोलता हूं। और हम सभी डरने वाले नहीं हैं। यह आरोप सुबह लगाया गया इसी बीच उनके खिलाफ पटना पुलिस ने बालू माफिया से संबंध रखने तथा अवैध खनन के आरोप में FIR दर्ज किया गया है।
नीतीश ने किया जनादेश का अपमान
आपको बता दें कि राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि नीतीश कुमार महागठबंधन के लिए ईमानदार नहीं थे।नोटबंदी का मुद्दा हो या प्रकाश पर्व का उस वक्त से ही हमें अंदेशा हो गया था कि नीतीश कुमार बीजेपी के संपर्क में जा रहे हैं। उस वक्त भी हमने यह बात कहा था पर किसी ने भी हमारी बात नहीं हुई थी। हम जब भी कुछ बोलते हैं बिल्कुल सच बोलते हैं पर मेरे सच बोलने से लोगों को तकलीफ होने लगती है।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार NDA गठबंधन के साथ सरकार बना कर बिहार के जनादेश का अपमान किया है और इसके लिए जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। कल तक जिसका चेहरा देखना भी वह पसंद नहीं करते थे उसके साथ अब सरकार चला रहे हैं।
'ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे नीतीश ने ठगा नहीं'
गौरतलब हो कि राजद के कुछ नेता महागठबंधन सरकार टूटने से पहले भी नीतीश कुमार को आड़े हाथ लेने का काम करते थे जिसमें से रघुवंश प्रसाद सिंह और भाई बिरेंद्र का नाम हमेशा सुर्खियों में रहता था। कई बार भाई बिरेंद्र ने नीतीश कुमार के खिलाफ विवादास्पद बयान दिया था जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल का महौल कायम हो गया था। महा गठबंधन की सरकार में जब खटास आना शुरू हुआ था तब भाई विजेंद्र ने एक बयान देकर सबको चौंका दिया था।ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे नीतीश ने ठगा नहीं। इस बयान को लेकर काफी बवाल हुआ था फिर सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था।