दहेज न मिलने पर पिता ने रिश्ता तुड़वा दिया, लेकिन दूल्हा दुल्हन के गांव गया और लिए 7 फेरे
सासाराम। समाज में दहेज की प्रथा आज भी नासूर बनी हुई है। दहेज बिना शादी होने को फीका बताया जाता है और कई रिश्ते बनते-बनते टूट जाते हैं। बिहार में एक युवक के पिता ने मुंहमांगा दहेज न मिलने पर रिश्ता तोड़ दिया था। मगर युवक को यह बात ठीक नहीं लगी। वह आहत हुआ। उसके बाद वह उस लड़की के घर जा पहुंचा, जिससे उसकी शादी होनी थी। जहां दोनों दूल्हा-दुल्हन बने और मंदिर में 7 फेरे ले लिए।
घरवालों ने रिश्ता तोड़ा, बेटे ने वहीं किया
यह घटना बिहार राज्य की है। जहां रोहतास जिले के नौहट्टा में रहने वाले भीखू चौधरी की बेटी की शादी झारखंड के पलामू जिला के देवरी कला थाना हुसैनाबाद में पंकज कुमार चौधरी से तय हुई थी। दोनों परिवारों के बीच दहेज की बात आई, तो बेटी के पिता ने असमर्थता जताई। जिससे रुष्ट हुए लड़के के पिता राजाराम ने कहा कि, हम अब यह शादी नहीं करेंगे। और, रिश्ता तोड़ दिया। हालांकि, राजाराम के बेटे पंकज को यह बात ठीक नहीं लगी।
खुद पहुंचा दुल्हन के यहां
पंकज ने वहीं शादी करने की ठानी। वह तैयार होकर खुद झारखंड से बिहार के रोहतास जिला स्थित लड़की के घर पहुंच गया। जहां स्थानीय लोगों तथा सरपंच ने कहा कि, वे ये शादी करवाएंगी। सरपंच प्रभा देवी ने कहा कि, शादी में कोई विघ्न नहीं आने देंगी। तब रिश्ता टूटने से खफा चल रहे लड़की के घरवाले भी राजी हो गए। उसके बाद दूल्हा-दुल्हन ने मंदिर में 7 फेरे लिए। पंच-सरपंच के अलावा उनके गांव के लोग बाराती बने। रस्मों के बाद दुल्हन खुशी-खुशी विदा हुई।
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मंदिर में लिए 7 फेरे
इस घटना की अब बहुत से लोग तारीफ कर रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि, 'दहेज के लालची मां-बाप व अन्य सगे-संबंधियों को इसी तरह उचित जवाब दिया जा सकता है। इसके लिए युवाओं को खुद आगे आना होगा।'