गोपालगंजः विदेश से घर लौटे 55 लोगों में से 17 लोग लापता, प्रशासन के फूले हाथ-पांव
गोपालगंज । देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद बिहार की राज्य सरकार ने विदेश से आने वालों पर निगरानी रखने के निर्देश दिये हैं। इसपर स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हुआ तो विदेश से आने वाले घर से कहां गायब हो जा रहे हैं इसका पता नहीं चल रहा है। बिहार के गोपालगंज जिले में पिछले हफ्ते चीन, ईरान, दुबई, मलेशिया व सिंगापुर से लौटे 55 लोगों में 17 लोग लापता हैं। इन लोगों के बारे में अबतक विभाग को कोई जानकारी ही नहीं मिल पा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम गायब हुए 17 लोगों को लगातार ढूंढने की कोशिश कर रही है। विभाग के अनुसार लापता सभी लोग गोपालगंज के रहनेवाले हैं, जो पिछले हफ्ते विदेशों से अपने घर लौटे हैं, लेकिन इनके घर का पता नहीं चल सका है। गोपालगंज के सिविल सर्जन डॉ नंदकिशोर सिंह ने बताया कि 55 लोग विदेशों से लौटे थे, जिनमें से 38 लोगों का पता चल सका है। बाकी के 17 लोगों की खोजबीन की जा रही है। 38 लोगों में 11 लोगों को 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रखने के बाद छोड़ दिया गया है।
प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी और क्षेत्र की आशा को निगरानी के लिए तैनात किया गया है। सीएस ने कहा कि विदेश से आनेवाले लोगों को अगले 14 दिनों में बुखार या खांसी होने पर कोरोना वायरस के लक्षण की दुबारा जांच होगी। यदि इस तरह का कोई लक्षण समय सीमा के अंदर नहीं मिलता है, तो कोरोना के खतरे से बाहर माना जायेगा। इसलिए दो सप्ताह तक विदेश से आनेवाले लोगों पर निगरानी रखी जा रही है। इसके पहले पीएमसीएच से जांच के बाद ही गोपालगंज इन सभी लोगों को भेजा गया है।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैली कोरोना महामारी को लेकर बिहार में थोड़ी राहत की बात है। अलर्ट के बाद सूबे में अब तक 57 संदिग्धों की वायरोलॉजी जांच करायी गयी, जिनमें एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है। पटना एम्स की मेडिकल स्टूडेंट्स भी कोरोना की संदिग्ध मरीज की सूची में हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 25 जनवरी से लेकर अब तक कोरोना से पीड़ित देशों से लौटे कुल 274 यात्रियों को सर्विलांस पर रखा गया।
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