बिहार में पत्नी-बेटी की इज्जत बचाने के लिए इस शख्स ने राष्ट्रपति से लगाई गुहार
एक बार फिर बिहार की कानून व्यवस्था से परेशान एक बाप अपनी बेटी और पत्नी की इज्जत बचाने के लिए भूखे प्यासे देश के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपनी समस्या बताने के लिए आमरण अनशन पर बैठ गया है।
पटना। एक बार फिर बिहार की कानून व्यवस्था से परेशान एक बाप अपनी बेटी और पत्नी की इज्जत बचाने के लिए भूखे प्यासे देश के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपनी समस्या बताने के लिए आमरण अनशन पर बैठ गया है। उसका कहना है कि बिहार के सभी अधिकारियों से गुहार लगाते-लगाते वे थक चुका है। उसने देश के राष्ट्रपति को ही अपनी समस्या बताने की बात कही है। गौरतलब है कि रामविलास चौहान पिछले 24 घंटो से भूखे प्यासे रैन बसेरा में मौन धारण कर धरने पर बैठे हुए हैं।
बता दें कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपनी समस्या सुनाने के लिए बिहार के नवादा जिले के रोह प्रखंड के नदौरा गांव के रामविलास मौन आमरण अनशन पर बैठे हैं। रामविलास का कहना है कि उसकी बेटी और पत्नी की जान खतरे में है। कई बार इस मामले में बिहार की कानून व्यवस्था से गुहार लगाई गई लेकिन कहीं भी न्याय नहीं मिला। वहीं, कानून व्यवस्था से तंग आकर रामविलास आमरण अनशन पर बैठे हैं। रामविलास के मुताबिक, उनका ये आमरण अनशन अब देश के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के उनके पास आने पर ही रुकेगा। उन्होंने आगे कहा कि जब तक राष्ट्रपति के द्वारा सुरक्षा का आश्वासन नहीं दिया जाएगा तब तक यह आमरण अनशन यूं ही चलता रहेगा।
बता दें कि नवादा के रैन बसेरा में अनशन पर बैठे रामविलास कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। उनके पीछे एक बैनर लगा हुआ है जिसमें यह साफ-साफ लिखा हुआ है कि "अब हमारे घर की इज्जत राष्ट्रपति ही बचा सकते हैं। जब तक वे नहीं आते तब तक ना तो पानी पिएंगे और ना ही अन्न ग्रहण करेंगे।" ये भी पढे़ं: पटना: पीएम मोदी का सपना पूरा करने के लिए इस महिला ने बेची अपने सुहाग की चूड़ियां