राजधानी ट्रेन में महिला को बाथरूम में बंद कर RPF ने की बदसलूकी
पटना। जिनके कंधे पर हजारों यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है उन्हीं के द्वारा शर्मनाक घटनाओं को अंजाम देने का मामला राजधानी पटना में प्रकाश में आया है। जहां राजधानी एक्सप्रेस में सफर कर रही महिला के साथ RPF स्कॉर्ट टीम के द्वारा बदसलूकी किया गया तथा जबरदस्ती करने पर दबंगई दिखाते हुए उसे बाथरुम में बंद कर दिया गया। बाथरुम में बंद कर पुलिस महिला के साथ बदसलूकी कर रही थी तभी उसके परिवार वालों ने रेल मंत्रालय के हेल्प लाइन नंबर पर मामले की जानकारी देते हुए मदद मांगी गई। जिसके बाद RPF पुलिस ने महिला को बाथरुम से निकाला। अब इस मामले को लेकर रेल मंत्रालय ने जांच शुरु कर दी है। जांच का जिम्मा आरपीएफ मुख्यालय के निरीक्षक मनोज कुमार दास को सौंपा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार डिब्रुगढ़ नई दिल्ली चलने वाली 12423 राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में बिजली सरदार और एक अन्य महिला सफर कर रही थी। तभी वहां RPF पुलिस वाले पहुंचे और जबरदस्ती महिला से टिकट मांगते हुए अश्लील हरकत करने लगे। विरोध करने पर उन्होंने महिला को बाथरुम में बंद कर दिया गया और जांच के नाम पर उसके साथ बदसलूकी करते रहे। जब इस मामले की जानकारी महिला के परिवार वालों को हुई तो उन्होंने तुरंत रेल मंत्रालय हेल्पलाइन पर मामले की जानकारी देते हुए कहा कि डिब्रूगढ़ से नई दिल्ली जा रही राजधानी एक्सप्रेस के एसी टू टायर के बर्थ संख्या 48 पर सवार बिजुली सरदार के साथ पुलिस वाले बाथरूम में बंद कर बदसलूकी कर रहे हैं।
हेल्पलाइन पर शिकायत करते ही बदसलूकी कर रही पुलिस ने महिला को बाथरुम से बाहर निकाला और पतली गली से निकल गए। जिसके बाद महिला ने नजदीकी पुलिस अधिकारियों को बताया कि जब हम लोग ट्रेन से सफर कर रहे थे तभी RPF एस्कॉर्ट टीम पहुंची और टिकट मांगते हुए जबरदस्ती बदसलूकी करने लगी है। इस दौरान हम दोनों के बीच तू-तू, मैं-मैं के विवाद चला और उसने हमें बाथरुम में बंद कर दिया। अपनी जान बचाने के लिए हमने परिवार वालों को इस बात की जानकारी दी जिसके बाद हमारे परिजन सन्नी और सुरेश सिंह ने रेल मंत्रालय के हेल्प नंबर पर पूरी सुचना देते हुए मदद की गुहार लगायी तब जाकर हमें बाथरुम से बाहर निकाला गया।
फिलहाल इस मामले में रेल मंत्रालय के द्वारा जांच शुरू कर दी है और जांच का जिम्मा RPF मुख्यालय के निरक्षक मनोज दास को बनाया गया है। इस मामले में रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ-साथ रेलवे बोर्ड और एनएफ रेलवे के महाप्रबन्धक सीधी शिकायत की गई है तथा दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई करने की मांग की गई है।