गांव वालों ने मिल बैठकर चुन लिया पंच-सरपंच, समूचे प्रदेश में हो रही प्रशंसा
उमरिया, 7 जून: चुनाव आते ही जहां पद पर काबिज होने के लिये शह और मात का खेल शुरू हो जाता है। प्रत्याशी जीतने के लिये तरह-तरह की कवायदें करते हैं। कई बार तो बात विवाद से होते हुए हिंसा तक भी पहुंच जाती है। इतना ही नहीं हारे उम्मीदवार परिणामों के बाद न्यायालयों मे याचिकायें लगा कर जीत चुके पदाधिकारियों को चैन से जीने नहीं देते। ऐसे दौर मे जनपद क्षेत्र की ग्राम पंचायत चौरी ने न केवल जिले बल्कि मध्यप्रदेश और समूचे देश के लिये मिसाल कायम की है। यहां के ग्रामीणो ने बीते दिनो आपस मे मिल बैठ कर ग्राम पंचायत का सरपंच, उप सरपंच और पंच मिल तय कर लिये। इस तरह से पंचायत का चुनाव बिना निर्वाचन के ही संपन्न हो गया।
ऐसे बन गई रजामंदी
बताया
गया
है
कि
त्रिस्तरीय
चुनावों
का
बिगुल
फुंकने
के
सांथ
ही
हर
जगह
की
तरह
ग्राम
पंचायत
चौरी
के
लिये
भी
फार्म
भरने
का
सिलसिला
शुरू
हो
गया
था।
सोमवार
6
जून
2022
को
फार्म
भरने
का
अंतिम
दिन
था।
इसी
बीच
ग्राम
पंचायत
के
गणमान्य
नागरिकों
के
मन
मे
ख्याल
आया
कि
क्यों
न
प्रतिनिधियों
का
चयन
चुनाव
की
बजाय
आपसी
सहमति
के
कर
दिया
जाय।
बस
फिर
क्या
था,
देखते
ही
देखते
इस
प्रस्ताव
पर
सिर्फ
रजामंदी
ही
नहीं
बनी,
लगे
हांथ
सरपंच,
उप
सरपंच
और
पंचों
का
चुनाव
भी
हो
गया।
इस
सराहनीय
पहल
मे
गांव
के
रघुराज
सिंह,
अभिमान
सिंह,
शंकर
सिंह,
अवधेश
सिंह,
महेश
सिंह,
जबर
सिंह,
रिटायर्ड
शिक्षक
राम
सिंह,
साहब
सिंह,
बाबू
लाल
साहू
एवं
समस्त
ग्राम
पंचायत
के
नागरिकों
की
अहम
भूमिका
थी।
जनजातीय मंत्री ने की प्रशंसा
शासन की जनजातीय मंत्री सुश्री मीना सिंह ने इस पहल का स्वागत करते कहा कि जिले के बिरसिंहपुर पाली जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत चौरी मे गांव के लोगों ने बिना चुनाव के निर्विरोध प्रतिनिधियों का चुनाव किया है। यह एक ऐतिहासिक निर्णय है, जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाय, वह कम है। इसके लिये सभी ग्राम पंचायत वासी बधाई के पात्र हैं। मंत्री सुश्री सिंह ने नवनिर्वाचित सरपंच द्वारिका प्रसाद सिंह, उप सरपंच बॉबी बाई सिंह एवं सभी पंचों को शुभकामनायें प्रेषित की हैं।
ये हुए निर्वाचित
ग्राम पंचायत चौरी मे सरपंच पद पर द्वारिका प्रसाद सिंह, उप सरपंच पद पर बॉबी सिंह के अलावा पंच पद पर जितेंद्र सिंह, अलकेश सिंह, ललिता बाई, राजकुमार सिंह, किरण बाई, बेबी बाई, रोशन बाई, ज्ञान बाई, कृष्णपाल सिंह, रेशमी साहू निविरोध चुने गये हैं।
ग्राम पंचायत को मिलेगा पुरूस्कार
इस तरह से चौरी जिले की पहली निर्विरोध चुनी गई ग्राम पंचायत बन गई है। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी इला तिवारी ने बताया कि शासन द्वारा पंचायत के पदाधिकारियों के निर्विरोध निर्वाचन को प्रोत्साहित करने हेतु पुरूस्कारों की घोषणा की गई है। जिसके तहत ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच निर्विरोध निर्वाचित हुए है, उन्हें 5 लाख रूपये दिये जायेंगे। जबकि सरपंच पद हेतु वर्तमान निर्वाचन एवं पिछला निर्वाचन निरंतर निर्विरोध रूप से होने पर 7 लाख रूपये, ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच तथा सभी पंच निर्विरोध निर्वाचित हुए है, उन्हे सात लाख रूपये प्रदत्त होंगे। जबकि सरपंच तथा सभी पंच महिला निर्वाचित होने पर ग्राम पंचायत को 12 लाख रूपये और सरपंच व पंच के सभी पदो पर महिलाओं के निर्विरोध निर्वाचन पर 15 लाख रूपये की राशि के पुरस्कार का प्रावधान है।