Bandhavgarh Tiger Reserve: बाघों व पर्यटकों की सुरक्षा होगी चौकस, अत्याधुनिक मशीनों से होगा सुसज्जित
उमरिया, 3 अक्टूबर। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के जंगलों में बाघों को ज्यादा सुरक्षा प्रदान करने के लिए अब टाइगर क्षेत्र में नए सिरे से प्रबंध किए जाएंगे। बाघों की पुख्ता सुरक्षा के लिए बांधवगढ़ में 210 पेट्रोलिंग कैंप, वायरलेस स्टेशन, बैरियर को अत्यधुनिक बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसके लिए बांधवगढ़ के 210 पेट्रोलिंग कैंप, वायरलेस स्टेशन को अत्यधुनिक मशीनों से सुसज्जित बनाया जाएगा
इस बारे में जानकारी देते हुए वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने जानकारी दी कि प्रदेश के जंगलों में बाघों की सुरक्षा को और भी पुख्ता करने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।
अत्याधुनिक मशीनों से होगा सुसज्जित
पैट्रोलिंग कैंप में सभी आवश्यक अत्याधुनिक मशीनों की सुविधा जुटाई जाएगी। पैट्रोलिंग कैंप में वाहन के अलावा कम्युनिकेशन सिस्टम को स्ट्रांग किया जाएगा। आवश्यकतानुसार कम्यूटरीकरण किया जाएगा। बैरियर और वाचिंग टावर पर कैमरे लगाए जाएंगे। फील्ड डायरेक्टर राजीव मिश्रा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बाघों और पर्यटकों की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए बांधवगढ़ में बाघों की सुरक्षा के लिए बांधवगढ टाइगर रिजर्व में कुल 210 पेट्रोलिंग कैम्प, वायरलेस स्टेशन, बैरियर एवं वॉच टावर के दृष्टिकोण काम किया जा रहा है।
पूरे क्षेत्र में रहेगी नजर
पार्क में सुरक्षा का ऐसा जाल फैलाया जाएगा कि उसके हर क्षेत्र का हिस्सा हर समय नजर में रहे। इसके लिए यहां काम करने वाले रिजर्व के कर्मचारियों, सुरक्षा श्रमिकों को भी नए सिरे से ट्रेनिंग दे कर तैयार किया जाएगा। पिछले वर्ष में बाघों के शिकार की बढ़ी घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा के नए इंतजाम जरूरी समझा जा रहा है। यही कारण है कि पार्क के हर हिस्से पर नजर रखने का काम किया जा रहा है।
कर्मचारियों को वितरण किए गए सुरक्षा किट
टाइगर रिजर्व की सुरक्षा को पुख्ता करने की तैयारी कर्मचारियों को आवश्य सामान देने के साथ शुरू कर दी गई है। कर्मचारियों को बर्तन सेट, कुर्सी, जूते, पटाखे, वाटर फिल्टर, वाटर बॉटल, टेबिल, मेडिकल किट, मच्छरदानी, राशन पेटी आदि के अलावा जंगली हांथी प्रभावित कैम्पों के श्रमिकों को हूटर एवं पटाखे दिए जा चुके हैं। ऐसे वनक्षेत्र जहां पर हाई वोल्टेज विघुत लाइन गुजरती है वहां पर श्रमिकों के द्वारा रात-दिन विघुत लाइन की सतत् निगरानी की जाती है। इसके लिए उक्त कर्मचारियों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से गमबूट एवं फाइबर स्टिक वितरित किया गया है।
ताला और मगधी रेंज में दिखाई दिए बाघ
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पर्यटन के पहले दिन मगधी और ताला में पर्यटकों को खूब बाघ देखने को मिले। दोनों ही रेंज में लगभग सभी पर्यटकों को बाघ दिखाई दिया। हालांकि खितौली में भी 1 जगह बाघ देखने को मिला, जिससे पर्यटकों को निराशा नहीं हुई। 3 महीने बंद रहने के बाद 1 अक्टूबर शनिवार को बांधवगढ़ के गेट पर्यटकों के लिए खोल दिए गए।