भोपाल में मैनिट कैंपस के पास दिखा बाघ, वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर कर रही है सर्चिंग
भोपाल के मैनिट कॉलेज में छात्रों को एक बाघ घूमता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद छात्र बाघ को देखकर डर कर भाग गए।
भोपाल,4 अक्टूबर। राजधानी से लेकर जंगल युवा बाघों का ठिकाना बन गए हैं। बीती रात भोपाल के मैनिट कॉलेज में छात्रों को एक बाघ घूमता हुआ दिखाई दिया। इसके बाद छात्र बाघ को देखकर डर कर भाग गए। बताया जा रहा है कि बाघ ने मेरिट कॉलेज परिसर के अंदर एक गाय का शिकार भी किया है। छात्रों ने बाघ की जानकारी कॉलेज प्रबंधन को दी। इसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कक्षाओं को रद्द करने के आदेश दिए हैं। साथ ही कॉलेज प्रबंधन द्वारा छात्रों को हॉस्टल से बाहर ना निकलने के निर्देश भी दिए गए। वहीं वन विभाग द्वारा पगमार्ग देखने के बाद बाघ की सर्चिंग की जा रही है। बाघ के घूमने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा हैं।
कुछ दिन पहले बाल्मी पहाड़ियों की ओर घूमता दिखा था बाघ
अभी कुछ दिन पहले केरवा डैम की पहाड़ियों से निकलकर बाघ वाल्मी की पहाड़ियों की ओर जाता दिखा था। वन विभाग की मानें तो शहर के केरवा कलियासोत मेंडोरा बाप बाल्मी पहाड़ियों के जंगल में चार युवा बाघों की मौजूदगी मिली है। बताया जा रहा है कि यह सभी बाघिन T- 123 की संतान है। बाघ T-1233 पाल्मी के जंगलों में मौजूद है। इसकी उम्र 4 साल है यह पिछले हफ्ते 13 सीटर छेत्र के नजदीक से जंगल में दाखिल हुआ था।
कॉलेज प्रबंधन ने जारी किया नोटिस
मेरिट परिसर में बाघ की उपस्थिति के बाद प्रबंधन ने सर्कुलर जारी कर के सभी छात्रों को हिदायत दी है कि परिसर में भाग काबू में देखा गया है ऐसे में छात्र अगले नोटिस तक अपने हॉस्टल में ही रहे। साथ ही सभी क्लासेज भी सस्पेंड रहेंगी। बता दे बीती रात मेरिट के 3 छात्र बाइक से हॉस्टल की ओर जा रहे थे तभी उन्हें रास्ते में बाघ दिखाई दिया। बाघ को देखने के बाद छात्र इतने डर गए कि बाइक वहीं पर छोड़ कर भाग गए।
भोपाल वन मंडल के डीएफओ आलोक पाठक ने दी जानकारी
भोपाल में अनुमंडल के डीएफओ आलोक पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि वन विभाग की टीम संबंधित स्टूडेंट और सिक्योरिटी गार्ड से बातचीत कर रही है। बाघ का जो वीडियो वायरल हो रहा है। उसकी भी गहनता से जांच की जा रही है। पग मार्ग देखने के बाद ही बताया जा सकेगा कि मैनिट परिसर में बाघ है, तेंदुआ या लकड़बग्घा है। वन अमला 24 घंटे चौकन्ना है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।
शहरी क्षेत्रों में वन्य प्राणियों का आगमन वन विभाग के लिए चुनौती
जंगल की सीमा आबादी वाले क्षेत्रों से लगी है। दोनों के बीच के क्षेत्र में पूरी तरह से बाउंड्री वॉल व तार फेंसिंग नहीं है। इन्हीं जगह से बाघों की आबादी में दाखिल होने का खतरा बना रहता है। इससे पहले आकाशगंगा कॉलोनी व स्वर्ण जयंती पार्क में दाखिल भी हो चुके हैं। 10 सितंबर को बैरिया से कल्याणपुर गांव में सियार दाखिल हुआ था। जिसने बच्चे पर हमला किया था। उसके परिवार वाले भी घायल हुए थे। ग्रामीण अंचलों में भी वन्य प्राणी दाखिल हो रहे हैं। जो वन विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।