MP: सतना का यह शिक्षक घर बैठे ले रहा 40 हजार की सैलरी, 5 साल से स्कूल में लटक रहा ताला
सतना, 8 अगस्त। जिले के ग्राम हिनौता में एक ऐसा स्कूल जहां कागजों में सिर्फ 1 छात्र और 1 ही शिक्षक है। लेकिन उससे भी,बड़ी बात- यह है कि विगत पांच वर्षों से इस स्कूल का ताला नहीं खुला और इसके ब्लैक बोर्ड पर वर्ष 2018 के बाद चाक नहीं चली। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारी गोलमोल जवाब देते हुए नजर आ रहे हैं।
कागजों में स्कूल हो रहा संचालित
जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर बिरसिंहपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम हिनौता के शासकीय प्राथमिक शाला में 1 छात्र और 1 शिक्षक नियुक्त हैं। दोनों सिर्फ कागजों तक ही सीमित हैं। स्कूल खंडहर में तब्दील हो रहा है। स्कूल जाने के लिए पहुंच मार्ग भी नहीं है। चारों तरफ किसानों ने अपने खेतों की जुताई कर दी है। इस स्कूल के अंदर कक्षा में बने ब्लैक बोर्ड में वर्ष 2018 के बाद चाक नहीं चली है। कुर्सी टेबल में धूलो का अंबार लगा हुआ है।
पिछले 5 वर्षों से नहीं खुला स्कूल
पिछले पांच वर्षों से स्कूल का दरवाजा नहीं खुला है, इस बारे में जब ग्रामीणों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विगत वर्षों से यह स्कूल नहीं खुला है। इस स्कूल के शिक्षक फर्जी तरीके से स्कूल में छात्र संख्या दर्ज कर लेते हैं ऐसा ही 1 मामला गांव के निवासी दीपू मिश्रा एवं उसके दोस्त के साथ विद्यालय के शिक्षक विजय कुमार वर्मा कर चुके हैं, शिक्षक ने करीब 45 वर्ष के दीपू एवं उनके मित्र को कक्षा एक और कक्षा दो का छात्र बना कर फर्जी तरीके से नाम दर्ज कर विद्यालय में अपनी उपस्थिति बनाए रखे थे। जब इस बारे में ग्रामीणों को पता चला तब उन्होंने इसका विरोध जताया।इसके बाद शिक्षक को उनका नाम हटाना पड़ा। वहीं 1 ऐसे छात्र का नाम विद्यालय में दर्ज करा रखा है। यह तो किसी को मालूम नहीं है। लेकिन विगत कई वर्षों से विद्यालय बंद है और इसे कोई देखने और सुनने वाला नहीं है।
प्रभारी प्रचार धर्मेंद्र गुप्ता के अनुसार
इस पूरे मामले में जब संकुल प्रभारी धर्मेंद्र गुप्ता से बात की गई तो वो इस विषय में गोलमोल जवाब देते हुए नजर आए। उनकी माने तो उस विद्यालय में विजय कुमार वर्मा शिक्षक पदस्थ हैं और 1 ही छात्र वहां पर अध्यनरत है, लेकिन विद्यालय बंद है आज तक उन्हें कोई सूचना नहीं मिली। शिक्षक की लापरवाही मानते हुए उन्होंने इस मामले पर मौके पर जाकर जांच करने की बात कही है। बता दें कि विजय कुमार वर्मा 40 हजार का वेतन हर महीने अपने घर बैठे उठा रहे हैं।
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