MP: समाजसेवा की अलख जलाने वाली सतना की अर्चना कुशवाहा को राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित
सतना, 17 सितंबर। विंध्य क्षेत्र के लिए यह गौरव की बात है कि मध्यप्रदेश से एकलौती सतना जिला के नागौद क्षेत्र के ग्राम अमकुई निवासी अर्चना कुशवाहा को सामाजिक सरोकार कार्यक्रम में बेहतर कार्य करने के लिए राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। उन्हें यह पुरस्कार 24 सिंतबर को दिया जाएगा।
अर्चना ने समाज के प्रति कई उत्कृष्ट कार्य किए
सतना जिले की छात्रा अर्चना कुशवाहा 22 वर्षीय राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित होंगी। अर्चना ने सामाजिक कार्य के प्रति कई उत्कृष्ट काम किए हैं। इसको देखते हुए उन्हें यह पुरस्कार दिया जा रहा है। भारत सरकार युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार 2020-21 के लिए एमपी की एकलौती अर्चना कुशवाहा का चयन किया है।
विंध्य क्षेत्र के लिए सम्मान की बात
सतना जिले में नागौद तहसील के छोटी सी ग्राम पंचायत अमकुई में निवास करने वाली मध्यमवर्ग किसान की बेटी अर्चना कुशवाहा को आगामी 24 सितंबर को दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में महामहिम द्रौपदी मुर्मु पुरस्कार से सम्मानित करेंगी। अर्चना ने यह मुकाम हासिल कर सतना जिले का नाम पूरे देश भर में रोशन किया है। अर्चना का यह पुरस्कार प्राप्त करना विंध्य क्षेत्र के लिए गौरव की बात है। इस योजना के पुरस्कार में पूरे देश भर में 40 लाख से अधिक स्वयं सेवकों का सेलेक्ट किया गया है।
अर्चना 45 से अधिक पुरस्कारों से हो चुकी है सम्मानित
अर्चना को प्रदेशभर के अन्य जिले में भी 45 से अधिक पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। अर्चना ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न आयोजनों में चयनित होकर विंध्य क्षेत्र और राज्य को गौरवान्वित किया है। अर्चना बचपन से ही पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक कार्य के लिए अग्रसर रहती थीं, तब से लेकर आज तक अर्चना कुशवाहा सामाजिक कार्य में निरंतर जुटी हुई हैं।
स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई कहां से की
अर्चना ने अपनी स्कूली शिक्षा कक्षा एक से दसवीं तक गांव की बाबा नींव करौरी हाई विद्यालय से पूरी की। इसके बाद कक्षा ग्यारहवीं से 12वीं की शिक्षा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जसो पास की। कॉलेज की पढ़ाई सतना जिला मुख्यालय स्थित शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय रीवा रोड से बीए ग्रेजुएशन और अब वर्तमान में वह एमए चतुर्थ सेमेस्टर में अध्ययनरत हैं।
अर्चना कुशवाहा ने दी जानकारी
अर्चना कुशवाहा ने जानकारी देते हुए बताया की बचपन से ही सामाजिककार्य के लगाना है, वर्ष 2017 में शासकीय महाविद्यालय में एडमिशन लेने के बाद अर्चना की मुलाकात हिंदी साहित्य की प्रोफेसर क्रांति मिश्रा से हुई। उनके द्वारा अर्चना ने राष्ट्रीय सेवा योजना भाग लिया। इसके बाद से अर्चना लागतार सामाजिक कामों में लगी रही। राष्ट्रपति पुरस्कार का श्रेय अर्चना ने अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया।