डकैत लालाराम गैंग का मुख्य सदस्य गिरफ्तार, 24 साल से चित्रकूट में साधु के वेश में छिपा था छेदा सिंह
सतना 27 जून: चित्रकूट जहां पवित्र और आध्यात्मिक नगरी मानी जाती है। वहीं पिछले कुछ सालों से ये अपराधियों को शरण देने वाली नगरी भी बनती जा रही है। एक बार फिर एक कुख्यात अपराधी महात्मा के वेश में चित्रकूट में फरारी काट रहा था हालांकि पुलिस ने इस डकैत को गिरफ्तार कर लिया है जो डकैत लालाराम गैंग का मुख्य सदस्य था और पुलिस ने इसके ऊपर इनाम भी घोषित कर रखा है। बहरहाल अब इस महात्मा के वेश के पीछे अपनी असलियत को 24 साल तक छिपाए रखने वाला डकैत सलाखों के पीछे पहुंच गया है।
घर से हुई गिरफ्तारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक डकैत लालाराम गैंग के सभी सक्रिय सदस्य रहे डकैत छेदा सिंह उर्फ छींदा निवासी अयाना थाना क्षेत्र का गांव भसौन का बताया जा रहा है। मुखबिरो के हवाले से पुलिस को यह सूचना मिली थी कि डकैत छेदा सिंह अपने गांव भसौन आया है, लिहाजा पुलिस ने उसके घर की घेराबंदी कर दबोच लिया। चित्रकूट में नाम बदलकर 24 सालों तक यह पुलिस की आंखों में धूल झोंक वेशभूषा बदलकर संत महात्माओं के साथ मौज काट रहा था।
फर्जी बनवाए थे आधार व पैन कार्ड
डकैत छेदा सिंह बड़े ही शातिर दिमाग का बताया जाता है। इसने नाम बदलकर बीते 24 सालों तक पुलिस को ना सिर्फ गुमराह किया बल्कि अपने फर्जी आधार और पैन कार्ड जैसे दस्तावेज भी बनवा रखे थे। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से फर्जी आधार, पैन व कुछ और दस्तावेज बरामद किए है। बता दें कि छेदा सिंह छोटा मोटा नहीं बड़ा अपराधी था, क्योंकि पुलिस ने इसके ऊपर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था। छेदा सिंह ने ब्रजमोहन दास निवासी रघुराजनगर चित्रकूट नाम से जाली दस्तावेज बनवा रखे थे।
एमपी यूपी में दर्ज है अपराध
पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी छेदा सिंह लालाराम गैंग का हाईकोर मेंम्बर था और 24 साल पहले फरार हो गया था। पुलिस उसकी तलाश तो कर रही थी लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही थी क्योंकि आरोपी ने अपना पूरा हुलिया ही बदल लिया था और महात्मा मंडली में शामिल हो गया। आरोपी के खिलाफ मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश के कई थानों में अपराध दर्ज हैं। यूपी में जालौन कानपुर देहांत और औरैया थाना में दर्जनों फिरौती व लूट जैसे जघन्य अपराध दर्ज है।
फूलन देवी से भी थी तकरार
आरोपी
छेदा
सिंह
कितना
शातिर
है
और
पुराना
डकैत
है
इसका
इस
बात
से
अंदाजा
लगाया
जा
सकता
है
कि
डकैत
लालाराम
के
अलावा
यह
कभी
चंबल
में
अपनी
बंदूकों
से
बेगुनाहों
को
मारने
वाली
महिला
डकैत
फूलन
देवी
के
साथ
भी
तकरार
की
थी।
पुलिस
के
मुताबिक
आरोपी
आस्था
कांड
में
फूलन
देवी
के
साथ
बैहमई
कांड
का
बदला
लेने
के
लिए
डकैत
लालाराम
का
साथ
देते
हुए
आस्ता
में
12
लोगों
को
गोली
मारने
में
शामिल
था।
मध्य प्रदेश में दर्ज है करीब 24 मुकदमे
डकैत छेदा सिंह कभी तराई में दुर्दांत हुआ करता था लेकिन पुलिस से बचने के लिए उसने अपने को मृत घोषित कर दिया। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि जब गैंग समाप्त होने लगे तो उसने अपने को मृत घोषित करा दिया और अपनी जमीन अपने भाई अजय सिंह के नाम करा कर उसके बाद वह इलाका छोड़कर चित्रकूट में दूसरे नाम से दस्तावेज बनवाएं और सन्यासी के रूप में संत महात्माओं के बीच रहने लगा। पुलिस के मुताबिक आरोपी के मध्य प्रदेश के अलग-अलग खानों में करीब 24 मामले दर्ज हैं।