मेडिकल छात्रों का कैशलेस बीमा करने वाला मध्य प्रदेश होगा देश का पहला राज्य
भोपाल। मध्यप्रदेश देश में ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जहां मेडिकल छात्रों का भी बीमा किया जाएगा। छात्रों को पढ़ाई के दौरान दो लाख का मेडिक्लेम मिलेगा। वहीं 10 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा भी होगा। कोरोनाकाल में यह योजना चिकित्सा के छात्रों और उनके परिवारों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सरकारी, ऑटोनॉमस मेडिकल कॉलेज, दंत चिकित्सा, नर्सिंग कालेज, शासकीय पैरामेडिकल संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों को पढ़ाई के दौरान कैशलेस बीमा दिया जाएगा। इससे कोविड जैसी महामारी के दौरान दिन-रात मेहनत करने वाले छात्रों को हिम्मत मिलेगी।
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सारंग ने बताया कि यह देश में अपने आप में पहली योजना है, जो मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार लागू कर रही है। इस योजना का नाम है 'चिकित्सा शिक्षा छात्र बीमा योजना।' सारंग ने बताया कि इस योजना के लिए छात्रों के लिए वार्षिक प्रीमियम कॉलेज की ओर से दी जाएगी।
खास है मेडिक्लेम पालिसी
-बीमा
पालिसी
के
जरिए
छात्रों
को
दो
लाख
रुपए
का
मेडिक्लेम
दिया
जाएगा।
-10
लाख
रुपए
तक
का
व्यक्तिगत
दुर्घटना
बीमा
भी
होगा।
-दुर्घटना
में
होने
वाली
डिसेबिलिटी
और
डेथ
कवर
भी
होगा।
-प्रदेश
के
15
हजार
से
अधिक
स्टूडेंट्स
को
लाभ
मिलेगा।
-सभी
छात्रों
को
मेडिक्लेम
बीमा
कंपनी
की
तरफ
से
कार्ड
दिया
जाएगा।
-देश
के
किसी
भी
शहर
में
और
किसी
भी
अस्पताल
में
कैशलेश
इलाज
करा
सकेंगे।
-क्रिटिकल
बीमारी
या
पूर्व
से
मौजूद
बीमारियों
का
भी
इलाज
करा
सकेंगे।
-बीमारी
की
स्थिति
में
छात्रों
और
उनके
परिवार
पर
प्रीमियम
का
बोझ
भी
नहीं
आएगा।