मध्य प्रदेश को गुजरात और भिलाई 450 मेट्रिक टन ऑक्सीजन मिलने की उम्मीद
भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना की गति बेहिसाब बढ़ती जा रही है। स्थिति काफी गंभीर हो चुकी है और आंकड़े दिन प्रतिदिन विकराल होते जा रहे हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश में दस हजार 166 काोविड संक्रमित मरीज पाए गए। आपको बता दें कि पिछले साल से लेकर अब तक एक दिन में आने वाला कोरोना का ये सबसे खतरनाक आंकड़ा है।
सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी संक्रमण की गति कम नहीं हो रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमितों के लिए ऑक्सीजन सबसे अहम भूमिका निभ रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार को गुजरात और भिलाई 450 मेट्रिक टन ऑक्सीजन मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
दरअसल, कोरोना के भयावह आंकड़ों को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार बचाव के लिए हर संभव प्रयास में लगी है। राज्य के हवाई जहाज आदि के माध्यम से रेमेडिसिविर इंजेक्शन भी राज्य के छोटे बड़े शहरों तक पहुंचाया जा रहा है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुद उत्पादकों से बात करके ये सुनिश्चित किया कि प्रदेश में कोरोना संबंधित किसी भी उपाय की कमी न हो। मध्य प्रदेश को 42 हजार रेमेडिसिवीर के इंजेक्शन मिल चुके हैं। वहीं, राज्य सरकार ने पचास हजार रेमेडिसिवीर इंजेक्शन की मांग की है।
इसी बीच ऑक्सीजन की मांग को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए भी प्रयासरत है। खबर है कि मध्य प्रदेश को कुल साढ़े चार सौ मेटिक टन ऑक्सीजन मिलने की उम्मीद है, जिसमें 120 मेट्रिक टन ऑक्सीजन गुजरात तो वहीं 112 मेट्रिक टन ऑक्सीजन भिलाई से मिलने की उम्मीद है।