पहली बार रणजी चैंपियन बनने पर CM ने टीम को दी बधाई, बोले'भोपाल में करेंगे भव्य स्वागत'
पहली बार रणजी ट्रॉफी जीतकर नया इतिहास रचने पर मध्यप्रदेश की क्रिकेट टीम को सीएम शिवराज ने बधाई दी। साथ ही टीम के कोच की जमकर तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की टीम ने रणजी ट्रॉफी 2022 (Ranji Trophy 2022) जीत कर
भोपाल, 26 जून। रणजी ट्रॉफी जीतकर मध्य प्रदेश की क्रिकेट टीम ने इतिहास रच ही दिया। प्रदेशवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए आखिरकार मध्यप्रदेश की टीम ने पहली बार रणजी ट्रॉफी कब्जा जमा लिया। बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में मध्यप्रदेश ने मुकाबले के पांचवें और अंतिम दिन 41 बार की चैंपियन मुंबई को 6 विकेट से पराजित किया और चमचमाती रणजी ट्रॉफी अपने नाम कर लिया। रणजी इतिहास में मध्य प्रदेश की मुंबई पर यह पहली सीधी जीत भी है। CM ने टीम को बधाई देते बताया कि भोपाल में टीम का भव्य स्वागत करेंगे।
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रणजी ट्रॉफी जीतकर किया कमाल : सीएम शिवराज
रणजी ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में मुंबई जैसी टीम को हराने के बाद मध्य प्रदेश की टीम को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बधाई देते हुए कहा कि पहली बार कई बार की विजेता मुंबई को हराकर मध्य प्रदेश की टीम ने रणजी ट्रॉफी 2022 (Ranji Trophy 2022) जीत कर कमाल कर दिया है। हम सब गदगद, प्रसन्न और भावविभोर हैं।
सीएम ने कहा कि मैं टीम के कोच श्री चंद्रकांत पंडित जी, कप्तान आदित्य श्रीवास्तव को और समस्त टीम को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं।
बता दे एमपी ने फाइनल में आज मुंबई को 6 विकेट से हराकर रणजी ट्रॉफी का खिताब जीत लिया है। 41 बार की चैंपियन मुंबई की ओर से रखे गए 108 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मध्यप्रदेश की टीम ने 6 विकेट पर लक्ष्य हासिल कर पहली बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट पर कब्जा कर लिया। MP की ओर से दूसरी पारी में ओपनर हिमांशु मंत्री ने 37 रन की पारी खेली जबकि शुभम शर्मा 30 रन बनाकर आउट हुए। रजत पाटीदार (Rajat Patidar) ने नाबाद 30 रन बनाकर ट्राफी अपने नाम की। मध्यप्रदेश की पूरी क्रिकेट टीम कोच चंद्रकांत पंडित को पूरे देश से लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से बधाई दे रहे हैं
चंद्रकांत पंडित का 23 साल पहले का अधूरा सपना
23 वर्ष पहले जब पहली बार मध्यप्रदेश रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंची थी, तब टीम के कप्तान थे चंद्रकांत पंडित और लगभग जीता हुआ मैच हार गए थे , ऐसा कहते है की उस मैच में 5 दिन के कुल 15 सेशन में से 14 सेशन तक मध्यप्रदेश आगे था और आखिरी सेशन में खराब खेल हुआ और हार गया । इसी मैदान चिन्नास्वामी स्टेडियम पर तब मैच हुआ था आज भी वही था ।
23 साल पहले का अधूरा सपना पंडित ने आज कोच बन कर पूरा कर लिया इसलिए ही जैसे ही मैच जीते उनके आंखों से आंसू बह रहे थे।
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