भोपाल : 3 माह बाद नौकरी से हटाने पर प्रदर्शन कर रहे कोरोना योद्धाओं पर लाठीचार्ज, 15 घायल
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना योद्धा पर गुरुवार को लाठीचार्ज किया गया है। ये कोरोना योद्धा भोपाल के नीलम पार्क आंदोलन कर रहे थे। लाठीजार्च में 15 स्वास्थ्यकर्मियों को चोटें आई हैं।
6213 स्वास्थ्यकर्मियों को नौकरी पर रखा था
दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण बढ़ने पर प्रदेशभर में 6213 स्वास्थ्यकर्मियों को नौकरी पर रखा था। इनमें स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट समेत अन्य स्टाफ शामिल था। इन्हें तीन माह के लिए अस्थायी तौर पर लगाया गया था। इनमें से आधे स्वास्थ्यकर्मियों को 30 नवंबर को निकाल दिया गया था। ऐसे में उन्होंने वापस काम पर रखने की मांग को लेकर आंदोलनात्मक कदम उठा लिया। ये स्वास्थ्यकर्मी नीलम पार्क में प्रदर्शन कर रहे थे।
अपनी जगह से हटने को तैयार नहीं हुए थे
उधर, भोपाल गैस त्रासदी की गुरुवार को 36वीं बरसी थी। गैस पीड़ित संगठन ने भी नीलम पार्क में प्रदर्शन करने की अनुमति ली थी। टीआई वीरेंद्र सिंह की मानें तो स्वास्थ्यकर्मियों ने यहां पर सिर्फ एक दिन के प्रदर्शन की इजाजत ली थी। गैस पीड़ित संगठनों के प्रस्तावित प्रदर्शन के चलते स्वास्थ्यकर्मियों को दुबारा से अनुमति लेने के लिए कहा गया था, लेकिन वे अपनी जगह से हटने को तैयार नहीं हुए थे। ऐसे में पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक हटाया।
पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने हो गए
जबरन हटाए जाने के कारण पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने हो गए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर डाला। महिला स्वास्थ्यकर्मियों समेत 15 कार्मिकों को चोट आई है। पुलिस ने करीब 15 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया गया है। प्रदर्शन करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जीतेंद्र कुशवाहा, योगेश रघुबंशी, रविन्द्र अवस्थी आदि सैकड़ों कोरोना योद्धा शामिल रहे।
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