राजस्थान में रह रही अनीता के नाम पर विनीता ने राजगढ़ में जीता सरपंच पद का चुनाव, घूंघट की आड़ में ली शपथ
राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ की ग्राम पंचायत भील खेड़ा में अनीता बाई सरपंच के पद पर निर्वाचित हुई हैं। इस मामले में ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि ग्राम पंचायत की विनीता बाई ने अनीता बाई के फर्जी दस्तावेज लगाकर चुनाव
राजगढ़, 1 सितंबर। कहा जाता है कि एमपी अजब है सबसे गजब है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के पंचायत चुनाव से सामने आया है। जहां विनीता नामक महिला ने अनीता बनकर सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत भी लिया। निर्वाचन अधिकारी ने उसे प्रमाण पत्र जारी कर दिया। इतना ही नहीं घुंघट की आड में उसने सरपंच पद की शपथ भी ले ली। जिस अनीता के नाम पर विनीता ने चुनाव लड़ा था वह करीब 15 सालों से राजस्थान में रह रही है। उसने इस संबंध में कलेक्टर के समक्ष शिकायत भी दर्ज कराई है।
कैसे सामने आया मामला
मामला उस वक्त सामने आया जब एक पराजित प्रत्याशी ने मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ के समक्ष याचिका दायर की। कोर्ट ने निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी कर पूछा कि इतनी बड़ी गड़बड़ी कैसे हो गई। मामले की अगली सुनवाई 13 सितंबर को है।
पंचायत भीलखेड़ा का है मामला
बता दें कि मामला राजगढ़ जिले की ग्राम पंचायत भील खेड़ा का है इस पंचायत में सरपंच पद अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग की महिला के लिए आरक्षित था। एडवोकेट मनीष विजयवर्गीय ने बताया कि विनीता रूहेला नामक अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला ने अनीता नामक महिला के नाम पर चुनाव लड़ा इसके लिए भी नेता ने अनीता के आधार कार्ड पर अपना फोटो चस्पा करा दिया था तो उसने निर्वाचन आयोग के समक्ष इस बात के लिए शपथ पत्र भी दिया था कि मैं अनुसूचित जनजाति वर्ग से आयोग ने शपथ पत्र के आधार पर महिला का नामांकन स्वीकार कर लिया और चुनाव में अनीता बनी भी नहीं जान सरपंच पद पर जीत भी हासिल कर ली। लेकिन राजस्थान में रह रही अनीता को जब इस बात की खबर लगी तो उसने खुलासा कर दिया।
अनीता ने कलेक्टर के समक्ष आपत्ति कराई दर्ज
राजस्थान में रह रही अनीता को जब इसकी खबर लगी तो उसने कलेक्टर के समक्ष आपत्ति भी दर्ज कराई। इधर चुनाव में पराजित प्रत्याशी राजलबाई ने एडवोकेट विजयवर्गीय के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर कराई थी। कोर्ट ने याचिका के तर्क सुनने के बाद निर्वाचन आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी को नोटिस जारी कर इस मामले में जवाब देने के लिए कहा है।
अनीता ने कलेक्टर के समक्ष आपत्ति कराई दर्ज
राजस्थान में रह रही अनीता को जब इसकी खबर लगी तो उसने कलेक्टर के समक्ष आपत्ति भी दर्ज कराई। इधर चुनाव में पराजित प्रत्याशी राजन भाई ने एडवोकेट विजय वर्गी के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर कराई थी। कोर्ट ने याचिका के तर्क सुनने के बाद निर्वाचन आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी को नोटिस जारी कर इस मामले में जवाब देने के लिए कहा है।
फर्जी दस्तावेज लगाकर चुनाव लड़ा
नरसिंहगढ़ की ग्राम पंचायत भील खेड़ा में अनीता बाई सरपंच के पद पर निर्वाचित हुई हैं। इस मामले में ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए बताया कि ग्राम पंचायत की विनीता बाई ने अनीता बाई के फर्जी दस्तावेज लगाकर चुनाव लड़ा और चुनाव जीत भी गई। जब इस मामले की शिकायत तहसीलदार (निर्वाचन अधिकारी) से की गई तो उन्होंने सरपंच का प्रमाण पत्र अनीता बाई को देने का कहकर विनीता बाई को प्रमाण पत्र देने से इनकार कर दिया I इसके बावजूद ग्राम पंचायत भील खेड़ा के पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक की मिलीभगत के चलते "घूंघट की आड़ में" विनीता बाई को अनीता बाई बनाकर पंचायत का वित्तीय प्रभार सौंप दिया गया।
आपको बता दें कि ग्राम पंचायत भील खेड़ा में पहले भी लाखों रुपए का गड़बड़झाला हो चुका है। और इस गड़बड़ झाले को आगे भी सुचारू रूप से जारी रखने के लिए पंचायत सचिव और रोजगार सहायक नया खेल खेल कर फर्जी महिला सरपंच को प्रभार सौंप दिया है। अब देखना यह होगा क्या फर्जी सरपंच पंचायत कब तक चलाएगी।
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