भोपाल न्यूज़ के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
Oneindia App Download

70 करोड़ रुपये की सड़कों का फिर हुआ सत्यानाश, CM शिवराज के दिए सख्त निर्देश का अधिकारियों पर नहीं दिखा कोई असर

राजधानी भोपाल में पहली बारिश ने सड़कों की हालत खराब कर दी है। बारिश की कूछ ही बूंदे, सड़कों की बखिया उधेड़ देती है। 3 सप्ताह तक हुई झमाझम बारिश ने राजधानी की करीब 800 किलोमीटर की सड़के उखाड़ के रख दी हैं।

Google Oneindia News

भोपाल,30 जुलाई। राजधानी में हर साल सड़कों के निर्माण और मरम्मत के लिए ₹70 करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जाती है। बरसात से पहले सड़कों का पेंचवर्क भी किया जाता है। बावजूद इसके पहले ही बारिश में शहर की सड़कों की हालत खस्ताहाल हो जाती है। बारिश की कूछ ही बूंदे, सड़कों की बखिया उधेड़ देती है। 3 सप्ताह तक हुई झमाझम बारिश ने राजधानी की करीब 800 किलोमीटर की सड़के उखाड़ के रख दी हैं। इनमें बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। कई स्थानों पर तो सड़क ही गायब हो गई है, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार निर्माण एजेंसियों के बीच आपसी तालमेल की कमी दिखाई दे रही है। जिसके कारण इन खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत का काम नहीं हो पा रहा है। अभी भी जिम्मेदार अधिकारियों का यही जवाब है कि हमारी सड़के तो अच्छी हैं, जो सड़के खराब है वह दूसरे विभाग की हैं। अगर हमारे विभाग की कोई सड़क खराब हुई है तो, हम सुधरा देंगे, ऐसे में जनता को राहत मिले तो कैसे मिले। आइये जानते राजधानी की कौन-कौन सी सड़क हो गई है खराब!

डीबी मॉल से लेकर आईएसबीटी तक सड़कों में गड्ढे

डीबी मॉल से लेकर आईएसबीटी तक सड़कों में गड्ढे

शहर में नगर निगम पीडब्ल्यूडी, बीडीए, हाउसिंग बोर्ड,भेल और पुलिस हाउसिंग सोसायटी समेत अन्य एजेंसियों की सड़कें है। होशंगाबाद रोड पर मेट्रो से आईएसबीटी तक की सड़क का पेज वर्क डेढ़ महीने पहले ही किया गया था लेकिन 6 किलोमीटर की सड़क पर कई जगह गड्ढे हो गए हैं। अल्पना टॉकीज चौराहे से बेरसिया रोड तक की सड़क की मरम्मत भी बरसात से पूर्व हुई थी। अब इसमें बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं।

ये तो वे सड़के हैं यहां से रोजाना लाखों गाड़ियां गुजरती हैं, लेकिन मेन रोड से अंदर की सड़कें तो नालों में तब्दील हो चुकी हैं ऐसी कई कॉलोनियां में तो सड़क के नाम पर सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे बचे हैं। अयोध्यानगर से इसरो को जाने वाली सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। बावजूद इसके प्रशासन इसके और ध्यान नहीं दे रहा है। लगातार खराब सड़कों की वजह से हादसे हो रहे हैं।

1 महीने में ही उखड़ने लगा पेचवर्क

1 महीने में ही उखड़ने लगा पेचवर्क

टीटी नगर स्थित रंग महल टॉकीज के सामने बीते 1 महीने पहले सड़क धंस गई थी, लेकिन अब तक अधिकारियों ने मरम्मत नहीं कराई। मानसून से पूर्व नगर निगम द्वारा 2 दर्जन से अधिक सड़कों की मरम्मत कराई गई थी लेकिन गुणवत्ता पूर्ण नहीं होने की वजह से सड़के एक सीजन भी नहीं चल सकी। भारत टॉकीज चौराहा, 1100 क्वार्टर, सैफिया कॉलेज रोड, अयोध्या बायपास सड़क, जेके रोड कोलार रोड, बैरागढ़, राजीव नगर, सिंधी कॉलोनी चौराहा, 7 नंबर स्टॉप, हबीबगंज रेलवे स्टेशन, अल्पना टॉकीज चौराहा, और वीआईपी रोड की मरम्मत बरसात शुरू होने से पहले कराई गई थी।

नगर निगम हर साल सड़क के निर्माण और पेंजवर्क में ₹30 करोड़ की राशि खर्च करता है। वही पीडब्ल्यूडी भी अपनी सड़कों के निर्माण और मरम्मत पर प्रतिवर्ष करीब ₹25 करोड़ खर्च करता है। वहीं बीडीए और हाउसिंग बोर्ड समेत अन्य एजेंसियां भी 10 से ₹12 करोड़ खर्च करती हैं, लेकिन बड़ा सवाल यही है कि इतने करोड़ खर्च करने के बाद भी भोपाल की जनता अच्छी सड़कों के लिए क्यों परेशान है?

भोपाल रेलवे स्टेशन से पुल बोगदा तक की सड़कें हैं खराब

भोपाल रेलवे स्टेशन से पुल बोगदा तक की सड़कें हैं खराब

भोपाल रेलवे स्टेशन मध्य विधानसभा क्षेत्र में आता है और यहां से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद है। यहां पर अल्पना चौराहे से लेकर रेलवे स्टेशन और रेलवे स्टेशन से लेकर पुल बोगदा तक सड़क की हालत ऐसी है कि जगह-जगह गड्ढे हो रहे हैं। बारिश में तो गड्ढों में इस कदर पानी भरा जाता है कि सड़क दिखाई नहीं देती है। बावजूद इसके ना विधायक ध्यान दे रहे हैं और ना ही निर्माण एजेंसियां!

मंत्रियों, अफसरों के निवास वाली और वीआईपी सड़कें चकाचक

मंत्रियों, अफसरों के निवास वाली और वीआईपी सड़कें चकाचक

राजधानी में जहां-जहां वीआईपी निवास करते हैं वहां की सड़कें न बारिश से पहले खराब होती है न बारिश के बाद। चार इमली, 74 बंगले और श्यामला हिल्स, जहां मंत्री और विधायक निवास करते हैं। इन जगहों की सड़कें शायद ही खराब होती हैं, अगर होती भी हैं तो निर्माण एजेंसियां तुरंत ठीक कर देती हैं। उदाहरण के तौर पर राजभवन की सड़क पर एक ही साल में कई बार पेंचवर्क किया जाता है। वही बाकी जगहों पर तो, कई साल बीत जाते हैं, लेकिन पेंजवर्क नहीं हो पाता है। अब बड़ा सवाल यही है कि अगर राजधानी में सभी लोगों को अच्छी सड़कें चाहिए है तो उन्हें भी वीआईपी बनना पड़ेगा क्या ?

भोपाल में सड़कों से परेशान एक शख्स ने PWD खिलाफ FIR के लिए मांगी वकील की सलाह

भोपाल में सड़कों से परेशान एक शख्स ने PWD खिलाफ FIR के लिए मांगी वकील की सलाह

भोपाल में सड़कों से परेशान एक शख्स ने तो पीडब्ल्यूडी के खिलाफ केस करने का मन बना लिया। इस शख्स ने सोशल मीडिया के माध्यम से पोस्ट लिखकर पीडब्ल्यूडी के खिलाफ केस करने के लिए अच्छे वकील की सलाह मांगी है। इस शख्स की पोस्ट को हजार से ज्यादा लाइक मिल चुके हैं। कई लोगों ने केस नहीं करने की सलाह दे रहे हैं।

ये भी पढ़ें : जाने दिग्विजय सिंह के पुलिसकर्मी की कॉलर पकड़ने की वीडियो की सच्चाईये भी पढ़ें : जाने दिग्विजय सिंह के पुलिसकर्मी की कॉलर पकड़ने की वीडियो की सच्चाई

Comments
English summary
In Bhopal, rain spoiled the roads, 70 crore pages were spent in work, CM instructions did not show any effect
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X