सतना में चुनावी रंजिश में पूर्व उपसरपंच की हत्या, खुद को गोली मारकर अस्पताल पहुंचा हिस्ट्रीशीटर
सतना 17 जून: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के शुरुआती दौर में ही हिंसा की घटनाएं सामने आने लगी हैं। सिंहपुर थाना क्षेत्र में आचार संहिता के दौरान वारदात से हड़कम्प मच गया। चुनावी रंजिश के चलते हुई हत्या की इस वारदात से आदिवासी समुदाय में खासा आक्रोश है। बड़ी संख्या में समाज के लोग सिंहपुर थाना में जमा हो गए थे। विधायक कल्पना वर्मा भी पहुंचीं, जिनको घटना के बारे में बताते हुए परिजनों ने न्याय दिलाए जाने की गुहार लगाई है। गमगीन माहौल तनाव में बदलने लगा था। दो साल पहले लॉकअप में संदेही की मौत के बाद मचे बवाल से सबक लेते हुए अधिकारियों ने भारी फोर्स भेज दिया।
एसएसपी सुरेंद्र जैन व टीआइ शैलेंद्र सिंह लगातार मृतक के परिजनों से संवाद बनाए रखे, जिसके चलते उनका आक्रोश शांत हुआ। बताया गया कि राजमणि की भाभी की रिपोर्ट पर सुबह पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ हत्या की कोशिश का प्रकरण कायम कर लिया था, जो बाद में हत्या में तब्दील हो गया। इधर यह जानकारी मिली है कि आरोपी सन्नी सिंह मारपीट के बाद राजमणि को अपनी गाड़ी से नागौद अस्पताल छोडा़ था। बाद में रीवा में राजमणि की मौत होने पर वह चोटिल हाथ लेकर जिला अस्पताल पहुंचा और भर्ती हो गया था। उसके हाथ में गोली लगी थी। हालांकि चिकित्सकों को उसके हाथ में गोली नहीं मिली। घाव देखकर ऐसा लग रहा था जैसे गोली हथेली को छूकर निकल गई हो। आशंका जताई जा रही कि आरोपी ने खुद के बचाव के लिए अपनी हथेली पर फायर किया और पुलिस को बताया कि उसपर गोली चलाई गई है। जैसे ही पुलिस को पता चला कि आरोपी जिला अस्पताल में है, उसकी निगरानी बढ़ा दी गई।
अपराधों की है लंबी फेहरिस्त
बताया जा रहा है कि आरोपी सन्नी सिंह उर्फ आकाश भी कभी धौरहरा पंचायत का सरपंच रह चुका है। जिस दुर्गापुर पंचायत के निर्विरोध पंच राजमणि की हत्या का आरोप है वहां से सन्नी का बड़ा भाई दर्पण सिंह चुनाव लड़ रहा है। वह भी आपराधिक प्रवृत्ति का बताया जा रहा है। आरोपी सन्नी सिंह के खिलाफ नागौद व सिंहपुर थाना में तीस से ज्यादा प्रकरण दर्ज होने की बात सामने आ रही है। बताया गया कि आरोपी ने कुछ साल पहले नागौद के एक पुलिस अधिकारी के साथ मारपीट की थी जिसपर हत्या का प्रयास व एससीएसटी एक्ट के तहत प्रकरण कायम हुआ था।
आशुतोष गुप्ता, एसपी
वारदात के पीछे वजह राजनीतिक प्रतिद्वंदिता लग रही है। मामले में एक आरोपी हिरासत में है और दूसरे की तलाश जारी है। घटना की रिपोर्ट होने पर तत्काल हत्या का प्रयास व एसटीएसी एक्ट के तहत प्रकरण कायम किया गया था। मामले में हत्या की धारा बढ़ाई जा रही है।
हथियारों से लैस थे बदमाश, डिग्गी में लादकर ले गए
स्थानीय लोगों की मानें तो अलसुबह हथियारों से लैस होकर कुड़िया गांव पहुंचे बदमाशों ने आदिवासी युवक को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया था। बाद में जब वह बेहोश हो गया तो गाड़ी की डिग्गी में लादकर अस्पताल ले गए। चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए रीवा रेफर कर दिया, जहां उपचार शुरू होने से पहले ही मौत हो गई। घटना की परिजनों व समाज के लोगों को जानकारी लगी तो सिंहपुर थाना पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे। हालात बेकाबू होते देख आसपास के थानों से बल बुलाया गया। एएसपी सुरेंद्र जैन सिंहपुर पहुंचे और मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया। इसके बाद वह शव लेकर गांव चले गए।