Bhopal News: मोबाइल और लैपटॉप से खुलेगा SI सुरेश खांगुड़ा और पत्नी कृष्णा व बेटे की हत्या का राज
भोपाल में पदस्थ सब इंस्पेक्टर और उनकी पत्नी बेटे की हत्या का राज उनके मोबाइल, लैपटॉप और परिचितों से पूछताछ के बाद खुल सकेगा।
Bhopal Crime News: राजधानी के कोलार और मिसरोद थाना इलाके में बीते दिन हुए सनसनीखेज मामले का राज मृतक एसआई सुरेश खांगुड़ा के परिचितों रिश्तेदारों से पूछताछ और मोबाइल लैपटॉप की पड़ताल के बाद ही सामने आएगा। फिलहाल पुलिस ने PHQ की स्पेशल ब्रांच के एसआई सुरेश खांगुड़ा और उसकी पत्नी के सभी लैपटॉप मोबाइल शॉप गैजेट जब्त कर पड़ताल शुरू कर दी है। इसके अलावा भोपाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करने के लिए आगर मालवा की जाएगी। जहां एसआई के परिजनों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे।
प्राथमिक जांच में पुलिस मान रही है कि सुरेश खांगुड़ा ने पहले पत्नी कृष्णा और बेटे इवान की हत्या की होगी। इसके बाद में खुद ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या की। वहीं SI के साले का कहना है कि इस केस में कोई चौथा शख्स भी शामिल है। उसने तीनों की हत्या की आशंका जताई है। इसका खुलासा पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा। रविवार सुबह से ही तीनों शवों के पीएम का काम हुआ। इसके बाद परिजन इन तीनों शवों को आगर मालवा ले गए और वहीं का अंतिम संस्कार किया।
यह है पूरा मामला
सुरेश खांगुड़ा 2017 बैच के सब इंस्पेक्टर थे। पुलिस मुख्यालय में टेक्निकल विंग का काम देखते थे और उनकी उम्र 32 साल थी। वह मूल रूप से आगर मालवा जिले के बूंदी कला गांव के रहने वाले थे। 5 साल से भोपाल में ससुराल के पास ही किराए से रह रहे थे। सुरेश का शव शुक्रवार रात 11:45 पर हबीबगंज रेलवे स्टेशन के आगे मिसरोद इलाके में रेलवे ट्रैक पर मिला, तब पहचान नहीं हो सकी थी। शनिवार सुबह 10 बजे घटनास्थल के पास उनकी बाइक, सरकारी गाड़ी मिली। इससे उनकी पहचान हो सकी। इसके बाद पुलिस सुरेश के घर स्वागत बंगले के पास राजवैध कॉलोनी कोलार पहुंची थी। जहां पर उनके घर के अंदर उनकी पत्नी और बेटे की लाश मिली।
मामले में कई सवाल अभी अनसुलझे
4 दिन पहले किसी बात को लेकर दंपत्ति के बीच झगड़ा हुआ था। शुक्रवार शाम को टीवी का साउंड भी इतना तेज था कि झगड़े की आवाज चीख-पुकार सुनाई नहीं दी। मामले में अब भी कई सवाल अनसुलझे हैं। फिंगरप्रिंट, एफएसएल, पीएम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। शनिवार को देरी की वजह से शवों का पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। रविवार सुबह पीएम किया गया।
आए दिन होते थे लड़ाई-झगड़े
पूछताछ में सामने आया कि दोनों पति-पत्नी के बीच आए दिन किसी न किसी बात को लेकर झगड़े होते रहते थे। इस दौरान दोनों की आवाज बाहर ना आए। वह टीवी की आवाज तेज कर दिया करते थे। जिस समय ये घटना हुई, उस समय भी टीवी की आवाज़ बढ़ा दी गई थी। क्योंकि जब पुलिस एसआई के घर पहुंची थी, तब भी टीवी तेज आवाज से चल रही थी।
एसआई सुरेश के पिता बोले नाती का जन्मदिन आने वाला था
हमीदिया अस्पताल के मर्चुरी में आज एसआई और उनकी पत्नी और बेटे का पोस्टमार्टम परिजनों की मौजूदगी में कराया गया। इस दौरान मृतक एस आई के पिता मोहनलाल सूर्यवंशी ने कहा कि वह 17 मार्च को पोते का जन्मदिन मनाने वाले थे पिता तीनों के शव को नहीं देख सके और गाड़ी से उतरते ही रोने लगे। इस दौरान मोहनलाल अपने समधी शिवलाल वर्मा से गले लग कर रोने लगे, जबकि सुरेश की मां रेशम भाई का भी रो-रोकर बुरा हाल था।
ऐसे हुई थी दोनों की मुलाकात
सुरेश के ससुर शिवलाल वर्मा मारफेड में पदस्थ थे। वह मूलत: जीरापुर के ब्राह्मण गांव के रहने वाले हैं। दोनों परिवार आपस में रिश्तेदार भी थे। भाई ने बताया कि सुरेश के लिए हम लोग गांव बेनीपुर से उसकी शादी के लिए लड़की देखने शिवलाल वर्मा के घर भोपाल आए थे। तब सुरेश की पहली मुलाकात कृष्णा से हुई थी।