कर्नाटक रेजिडेंट डॉक्टरों ने तीन मांगों को लेकर 29 नवंबर से राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल का किया ऐलान
कर्नाटक एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स ने रविवार को 29 नवंबर से राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया है।
बेंगलुरु,
28
नवंबर।
कर्नाटक
एसोसिएशन
ऑफ
रेजिडेंट
डॉक्टर्स
ने
रविवार
को
29
नवंबर
से
राज्यव्यापी
अनिश्चितकालीन
हड़ताल
का
आह्वान
किया
है।
उन्होंने
इससे
संबद्ध
सभी
मेडिकल
कॉलेजों
से
ओपीडी
और
वैकल्पिक
ओटी
(आपातकालीन
सेवाओं
को
छोड़कर)
सहित
सभी
वैकल्पिक
सेवाओं
को
बंद
रखने
का
ऐलान
किया
है।
दरअसल
एसोसिएशन
ने
अपनी
तीन
मांगों
को
लेकर
हड़ताल
करने
का
ऐलान
किया
है,
जिसमें
शैक्षणिक
वर्ष
2018-19
के
अनुसार
.
अकेडमिक
फीस
का
पुनर्गठन।
.
कोविड-जोखिम
भत्ते
का
भुगतान।
.
स्नातकोत्तर
एवं
प्रशिक्षुओं
को
वजीफे
का
समय
पर
भुगतान
शामिल
हैं।
बता दें कि मई 2021 को, कर्नाटक सरकार ने सभी रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए अप्रैल महीने से शुरू होने वाले 10,000 रुपये प्रति माह के वजीफे की घोषणा की थी। डॉक्टरों ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा कि घोषणा के 6 महीने हो चुके हैं और अभी तक राज्य द्वारा धन जारी नहीं किया गया है। डॉक्टरों ने यह भी कहा कि वे कोविड की लहरों के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे थे और अपनी शैक्षणिक जरूरतों से समझौता कर रहे थे।
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डॉक्टरों ने यह भी कहा कि उनकी शैक्षणिक फीस में 400% की बढ़ोतरी (30,000 रुपये से 120000 रुपए) हुई है, जिसके लिए उन्होंने बार-बार प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया था। एसोसिएशन ने कहा कि डॉक्टरों को बिना किसी रियायत के पूरी राशि का भुगतान करने के लिए कहा गया था और उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पत्र सौंपे थे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। एमएमसीआरआई मैसूर 9 नवंबर से उसी के लिए विरोध कर रहा है, बिना किसी आपातकालीन सेवाओं को बाधित किए अपनी मांग रख रहा है।