UP: सड़क पर हुई थी शख्स की मौत, पुलिस ने कूड़ा गाड़ी से उठवाया शव, इंस्पेक्टर समेत 7 निलंबित
बलरामपुर। राजधानी लखनऊ से 160 किलोमीटर दूर बलरामपुर जिले में इंसानियक को शर्मसार करने वाली वीडियो सामने आई हैं। यहां तहसील गेट के सामने एक शख्स की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शव मिलने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कोरोना संदिग्ध मानते हुए उसके शव को हाथ तक लगाना मुनासिब नहीं समझा। यही नहीं, शव को कूड़ा गाड़ी में रखकर पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया। मामले का वीडियो वायरल होने के बाद जिले के उच्चाधिकारी में हड़कंप मच गया।
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश व एसपी देवरंजन वर्मा ने पूरे मामले की जांच एसडीएम व सीओ उतरौला को सौंपी है। साथ ही प्रभारी निरीक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया है। एक सब इंस्पेक्टर, दो आरक्षी और चार नगर पालिका कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। मामला उतरौला कोतवाली क्षेत्र स्थित तहसील गेट के सामने का है। बुधवार की शाम सड़क के किनारे अधेड़ का शव पड़ा था, जिसकी शिनाख्त सादुल्लाहनगर थाना क्षेत्र के सहजौरा गांव निवासी झिनकन उर्फ अनवर के रूप में हुई थी। पुलिस को मामले की सूचना दी गई।
पुलिस ने शव को न तो एंबुलेंस से और न ही किसी अन्य गाड़ी से पोस्टमॉर्टम हाउस तक ले जाना मुनासिब समझा। पुलिस ने नगर पालिका परिषद की मदद ली और कूड़ा गाड़ी बुलवाकर सफाई कर्मियों से शव को उसी पर ही लदवा दिया। कूड़ा गाड़ी में शव को रखने व पुलिस कर्मियों की संवेदनहीनता का वीडियो गुरुवार को वायरल हो गया। वायरल वीडियो में नगर पालिका कर्मी शव को उठाकर गाड़ी में रखते नजर आ रहे हैं। इसके ठीक बगल पुलिस भी खड़ी है। उतरौला सीओ मनोज यादव सहित कोतवाल पूरे अब इस मामले में लीपापोती करने में जुटे हुए हैं।
एसपी देवरंजन वर्मा ने बताया कि बहुत ही संवेदनहीन व खेदजनक घटना है। जिसमें कोरोना संक्रमण की आशंका के कारण उतरौला तहसील गेट पर एक मृत व्यक्ति के शव को नगर पालिका के कूड़ा ढोने वाले वाहन में लादकर ले जाया जा रहा है। किसी प्रकार के सुरक्षात्मक उपाय नहीं किए गए। वीडियो में दिख रहे एक सब इंस्पेक्टर, दो आरक्षी को निलंबित कर दिया गया है। चार नगर पालिका परिषद के कर्मियों को प्रशासन ने निलंबित कर दिया है।