योगीराज: स्वास्थ्य विभाग में घोटालों की बाढ़, दागी के परिजनों को ही दे दिया 1.25 करोड़ का ठेका, वीडियो
यूपी: स्वास्थ्य विभाग में घोटालों की बाढ़, बलरामपुर में आरोपी के परिजनों को ही दे दिया 1.25 करोड़ का ठेका
बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में घोटालों की बाढ़ सी आ गई है। यहां मुख्य चिकित्सा अधिकारी और संयुक्त चिकित्सालय में भ्रष्टाचार इस कदर हो रहा है कि कार्रवाई होने के कोई आसार नहीं दिखते। संयुक्त जिला चिकित्सालय में कुछ दिनों पहले ही हुए 1 करोड़ 40 लाख के घोटाले के मामले की जांच अभी ठंडी भी नहीं हुई थी, कि घोटाले के कथित आरोपी अजय श्रीवास्तव के परिजनों को रंगाई-पुताई व औषधि का 1 करोड़ 25 लाख रुपए का ठेका आवंटित कर दिया गया है।
यहां 1 करोड़ 25 लाख रुपए के ठेके से जुड़े इस मामले का विरोध शुरू हो गया है। भाजपा नेता शैलेन्द्र सिंह (जिला संयोजक) व कार्यकर्ताओं ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया है। एक शिकायती पत्र भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजकर कार्रवाई की मांग की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, मामला संयुक्त जिला चिकित्सालय व मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से जुड़ा है। यहां मनमानी और आए दिन घोटालों के आरोपों से अधिकारी घिरे रहते हैं। हाल ही में सँयुक्त जिला चिकित्सालय में हुए 1 करोड़ 40 लाख रुपये के घोटाले की जांच के दौरान राजेश मोहन गुप्ता सीएमएस संयुक्त जिला चिकित्सालय का सोनभद्र जनपद के लिए तबादला कर दिया गया। साथ ही घोटाले में आरोपी अजय श्रीवास्तव (लिपिक) को भी बलरामपुर से हटाकर गोंडा संबद्ध कर दिया गया था। मगर, फिलहाल जांच ठंडे बस्ते में है।
मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है और भारतीय जनता पार्टी के शैलेन्द्र सिंह ने कार्यकर्ताओ के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर सीएमओ के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। भाजपा नेता ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी घनश्याम सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय व संयुक्त जिला चिकित्सालय को महज दो ही लोग पंकज त्रिपाठी व अजय श्रीवास्तव लिपिक ही चलाते हैं। यहां उनकी मर्जी से ही लोगों के तबादले किए जाते हैं और उनकी मर्जी से ही विभागीय कामो का ठेका भी दिया जाता है। क्योंकि अजय NRHM के मुख्य आरोपी रहे पूर्व कांग्रेस विधायक मुकेश श्रीवास्तव का भाई है।
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सीएमओ की मिलीभगत की शिकायत की है। साथ ही कार्रवाई की मांग की है। अपने पत्र में भाजपा नेता ने बताया है कि अस्पतालों की रंगाई-पुताई व औषधि के लिए एक करोड़ 40 लाख के घोटाले में आरोपी अजय श्रीवास्तव लिपिक के पिता की फर्म आर.पी. कंस्ट्रक्शन को 70 लाख व अजय श्रीवास्तव की पत्नी हिंदुस्तान ड्रग्स बहराइच फॉर्म को 55 लाख का ठेका आवंटित कर दिया गया है।
भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया है कि ई-टेंडरिंग प्रक्रिया होने के बावजूद सीएमओ ने बिना प्रक्रिया को अपनाएं ठेकों का आवंटन कर दिया है। साथ ही डेंटल हैजिनिस्ट रूपाली पांडे के तबादले पर भी भाजपा ने शैलेन्द्र सिंह ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि सीएमओ के अधिकार क्षेत्र में न आने के बावजूद डेंटल हाइजीनिस्ट रूपाली पांडे का जिला में मेमोरियल चिकित्सालय से संयुक्त जिला चिकित्सालय में तबादला कर दिया गया है।
भाजपा नेता शैलेन्द्र सिंह ने बताया यह कोई घोटाले का नया मामला नहीं है यदि गहनता से इसकी जांच कराई जाए तो संयुक्त जिला चिकित्सालय व मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आए हुए विभागीय कामों का लगभग 90% ठेका अजय श्रीवास्तव लिपिक व पंकज त्रिपाठी के जानने पहचानने व रिश्तेदारों को ही आवंटित कर कमीशन बाजी का खेल चल रहा है।
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पूरे मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी घनश्याम सिंह ने बताया किसी भी टेंडर ठेके पर किसी कर्मचारी के माता-पिता का नाम नहीं लिखा होता है। जो भी टेंडर डालता है, निकलने के बाद विभाग उससे काम लेता है। अनाधिकृत तरीके से हुए तबादले पर बोलते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी घनश्याम सिंह ने कहा भाजपा नेता द्वारा डेंटल हाइजीनिस्ट का तबादला नहीं किया गया है, अपितु भाजपा नेता की ही पैरवी पर जिला चिकित्सालय से उनको संयुक्त जिला चिकित्सालय में दिया गया था। अब जानकारी मिली है कि यह संयुक्त जिला चिकित्सालय में डेंटल हाइजीनिस्ट का पद है ही नहीं, तो उन्हें वापस जिला मेमोरियल चिकित्सालय भेजने के लिए आदेश संशोधित कर दिया गया।
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