जानिए कौन हैं अतीक के गैंग से लोहा लेने वाली पूजा पाल? लव मैरिज के महज 9 दिन बाद उजड़ गया था सुहाग
Pooja Pal: लव मैरिज के महज 9 दिन बाद पूजा पाल के पति और बसपा विधायक राजू पाल की दिन दहाड़े गोलियां से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पूजा पाल पति की हत्या के मामले में पैरोकार बनीं और राजनीति में कदम रखा।
MLP Pooja Pal: चर्चित बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की 24 फरवरी को हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल हत्याकांड में बाहुबली अतीक अहमद गैंग का नाम सामने आया है, जिसके बाद अतीक का पूरा परिवार चर्चाओं में आ गया है। पुलिस ने अतीक अहमद की पत्नी और बेटों को इनाम घोषित कर दिया है और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। हालांकि, पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। लेकिन, इस सबके बीच एक नाम और भी है, जो चर्चाओं में बना हुआ है। वो नाम हैं सपा विधायक पूजा पाल का।
जी हां...यही वहीं पूजा पाल है जिनके पति और बसपा विधायक राजू पाल को अतीक अहमद के गुर्गों ने साल 2005 में सरेआम मौत के घाट उतार दिया था। तभी से वह अकले अतीक गैंग के सामने निडरता से खड़ी है। पूजा बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं और अपने पति के मर्डर के बाद राजनीतिक विरासत को संभाल रही है। आइए जानते हैं अतीक गैंग से लोहा लेने वाली पूजा पाल के बारे में....
अतीक
गैंग
से
लोहा
लेने
वाली
कौन
हैं
पूजा
पाल
पूजा
पाल,
कौशांबी
जिले
की
चायल
सीट
से
विधायक
है
और
बेहद
गरीब
परिवार
से
ताल्लुक
रखती
हैं।
पूजा
का
परिवार
प्रयागराज
के
कटघर
मोहल्ले
में
रहता
था
और
वहीं,
से
उन्होंने
अपनी
पढ़ाई
की
है।
पूजा
पाल
के
पिता
पंचर
की
दुकान
चलाया
करते
थे।
खुद
पूजा
कभी
किसी
अस्पताल
में
तो
कभी
किसी
दफ्तर,
तो
कभी
किसी
के
घर
में
झाड़ू-पोंछा
करके
अपना
गुजारा
करती
थीं।
अस्पताल
जॉब
के
दौरान
ही
पूजा
की
मुलाकात
राजू
पाल
से
हुई
थी।
दोनों
के
बीच
दोस्ती
हुई
फिर
यह
दोस्ती
प्यार
में
बदल
गई।
विधायक
बनने
के
बाद
राजू
पाल
ने
पूजा
से
16
जनवरी
2005
को
शादी
कर
ली
थी।
शादी
के
बाद
पूजा
अपनी
ससुराल
धूमनगंज
स्थित
उमरपुर
नीवां
पहुंची
थी।
लव
मैरिज
के
9
दिन
बाद
ही
उजड़
गया
था
सुहाग
हालांकि,
पूजा
की
किस्मत
को
कुछ
और
ही
मंजूर
था।
शादी
के
महज
9
दिन
बाद
ही
यानी
25
जनवरी
2005
को
पूजा
पाल
का
सुहाग
उजड़
गया
था।
जी
हां...शादी
के
9
दिन
बाद
विधायक
पति
राजू
पाल
को
दिनदहाड़े
गोलियों
से
भून
डाला
गया
था।
राजू
पाल
हत्याकांड
ने
पूरे
शहर
को
हिंसा
की
आग
में
झोंक
दिया
था।
तो
वहीं,
राजू
पाल
की
हत्या
का
आरोप
अतीक
अहमद
और
उनके
भाई
अशरफ
पर
लगा
था।
तो
वहीं,
राजू
पाल
की
हत्या
के
मामले
में
पूजा
पैरोकार
बनीं
और
राजनीति
में
कमद
रखा।
पति
की
हत्या
के
बाद
पूजा
ने
संभाली
थी
राजनीतिक
विरासत
राजू
पाल
की
हत्या
के
बाद
उनकी
राजनीतिक
विरासत
पत्नी
पूजा
पाल
ने
संभाल
ली
थी।
मायावती
ने
खुद
प्रयागराज
पहुंच
पूजा
पाल
को
बसपा
से
उपविधानसभा
चुनाव
का
टिकट
सौंपा
था।
लेकिन,
पूजा
पाल
चुनाव
हार
गईं।
फिर
साल
2007
और
2012
में
पूजा
दो
बार
बीएसपी
के
टिकट
पर
विधायक
चुनी
गई।
लेकिन,
2017
में
बीजेपी
के
सिद्धार्थनाथ
सिंह
ने
चुनाव
हरा
दिया।
जिसके
बाद
पूजा
ने
2017
में
बसपा
का
दामन
छोड़कर
सपा
का
दामन
थाम
लिया
था।
अखिलेश
यादव
ने
भी
उनपर
विश्वास
जताया
और
2019
में
लोकसभा
का
टिकट
सौंपा
था।
इसके
बाद
सपा
ने
साल
2022
में
पूजा
पाल
को
चायल
सीट
से
टिकट
दिया
था,
जहां
से
वह
विधाक
चुनी
गईं।
अशरफ
की
हार
बनी
थी
राजू
पाल
की
हत्या
का
कारण
राजनीतिक
जानकार
बताते
हैं
कि
राजू
पाल
की
हत्या
का
कारण
अशरफ
की
हार
बनी
थी।
दरअसल,
2004
में
शहर
पश्चिमी
से
विधायक
अतीक
अहमद
फूलपुर
से
सांसद
बनकर
लोकसभा
पहुंचे
तो
यह
सीट
खाली
हो
गई
थी।
इस
सीट
पर
कुछ
दिनों
बाद
उप-चुनाव
हुआ।
इस
उपचुनाव
में
राजू
पाल
ने
बाहुबली
अतीक
अहमद
के
भाई
अशरफ
को
हराकर
सनसनी
फैला
दी
थी।
क्योंकि,
उस
वक्त
अतीक
के
नाम
का
डंका
बजता
था
और
लोग
कांपते
थे।
अतीक
के
खिलाफ
कोई
आवाज
नहीं
उठा
सकता
था।
लेकिन,
राजू
पाल
ने
तो
उनको
भारी
पराजय
दे
डाली।
अशरफ
की
हार
अतीक
खेमे
में
खलबली
मच
गई
थी।
दिन
दहाड़े
हुआ
था
राजू
पाल
का
मर्डर
राजू
पाल
के
विधायक
बन
जाने
के
महज
कुछ
ही
महीने
बाद
उनकी
शादी
पूजा
पाल
से
हो
गई।
मगर
राजूपाल
के
विधायक
और
सादी
की
खुशी
ज्यादा
दिन
कायम
ना
रह
सकी।
25
जनवरी
2005
को
राजू
पाल
का
काफिले
जैसे
ही
सुलेम
सराय
में
जीटी
रोड
पर
पहुंचा
तो
काफिले
को
रोककर
गोलियों
की
बौछार
की
गई।
जिसमें
राजू
पाल
समेत
तीन
लोग
मारे
गए
थे।
इस
सनसनीखेज
हत्याकांड
ने
यूपी
की
सियासत
को
गर्मा
दिया
था।
इतना
ही
नहीं,
इस
हत्याकांड
के
बाद
तत्कालीन
सांसद
अतीक
अहमद
और
उनके
भाई
अशरफ
का
नाम
सामने
आया
था।
Recommended Video
पूजा
पाल
ने
अतीक
के
खिलाफ
दर्ज
कराई
थी
FIR
दिवंगत
विधायक
राजू
पाल
की
पत्नी
पूजा
पाल
ने
थाना
धूमनगंज
में
एफआईआर
दर्ज
कराई
थी।
इस
एफआईआर
में
सांसद
अतीक
अहमद,
उनके
भाई
अशरफ,
खालिद
अजीम
को
नामजद
किया
था।
मामला
दर्ज
हो
जाने
के
बाद
पुलिस
ने
मामले
की
छानबीन
शुरू
कर
दी
थी।
पुलिस
ने
राजू
पाल
हत्याकांड
की
विवेचना
करने
के
बाद
तत्कालीन
सांसद
अतीक
अहमद
और
उनके
भाई
समेत
11
लोगों
के
खिलाफ
चार्जशीट
दाखिल
की
थी।
तो
वहीं,
इस
हत्याकांड
में
राजू
पाल
की
पत्नी
पूजा
पाल
का
चचेरा
भाई
उमेश
पाल
एक
अहम
चश्मदीद
गवाह
था।