19 फरवरी को प्रयागराज आयेंगे पीएम मोदी, लगायेंगे संगम में डुबकी
प्रयागराज। प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन 19 फरवरी को होगा। वह माघी पूर्णिमा पर संगम नगरी आएंगे और त्रिवेणी में आस्था की डुबकी भी लगाएंगे। हालांकि कुंभ मेले में उनके आने की खबरें पिछले 2 महीने से लगातार चलती रही थी। लेकिन, उनका कार्यक्रम भारी भीड़ के चलते तय नहीं हो पा रहा था। या यूं कहें की अंदरूनी राजनीतिक समीकरणों की वजह से उनका कार्यक्रम तय नहीं किया जा रहा था। हालांकि बुधवार को अमित शाह के कुंभ में आगमन और संतों के साथ हुए सकारात्मक बैठक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की रूपरेखा तैयार कर दी थी और अखाड़ा परिषद के साथ सामंजस्य बनते ही माहौल भांप कर पीएम मोदी का कार्यक्रम तय कर दिया गया है।
संतों का लेंगे आशीर्वाद
बसंत पंचमी के बाद कुंभ मेला अपने समापन की ओर बढ़ रहा है । नागा सन्यासी जहां वापस लौटने लगे हैं । वहीं, कल्पवासियों के भी घर वापसी का क्रम शुरू हो गया है। इसके अलावा राजनीतिक लोगों के भी आगमन की संभावना अगले तीन-चार दिन रहने के बाद खत्म होगी। ऐसे में कुंभ मेले से होने वाले नफे को हासिल करने और भव्य कुंभ के आयोजन की सफलता को भुनाने के लिए आखिर में प्रधानमंत्री का भी कार्यक्रम रखा जा रहा है। यह साफ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संतों का आशीर्वाद आगामी लोकसभा चुनाव के लिए लेने आ रहे हैं और आशीर्वाद मिलना भी तय माना जा रहा है। फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सभी 13 अखाड़े के संतों से व्यक्तिगत मुलाकात करेंगे। संभावना यह भी है कि राम मंदिर, हिंदुत्व जैसे मुद्दों पर भी अंदरूनी चर्चा हो सकती है।
मोदी कैबिनेट के कई मंत्री भी आएंगे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुंभ कार्यक्रम के दौरान केंद्र के कई मंत्रियों का भी आगमन होगा। संभावना तो यह व्यक्त की जा रही है कि जिस तरह सीएम योगी ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ संगम स्नान किया था। कुछ वैसा ही ऐतिहासिक दृश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में संपन्न होगा। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि 19 फरवरी को प्रधानमंत्री कुंभ स्नान के लिए आएंगे। फिलहाल भाजपा व के साथ मेला प्रशासन ने प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारियां शुरू कर दी है ।
माघी पूर्णिमा पर भी होगी भीड़
प्रधानमंत्री 19 फरवरी को संगम स्नान के लिए आएंगे। लेकिन, माघी पूर्णिमा पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कुंभ में जुटेगी। इसे देखते हुए मेला प्रशासन थोड़ा चिंतित भी है और पीएम के रूट व स्नान आदि के कार्यक्रम की उच्चस्तरीय रूपरेखा तैयार की जा रही है । संभावना यह है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को ज्यादा विस्तार नहीं दिया जाएगा और संगम स्नान व पूजन के बाद संतो से मुलाकात कर वह वापस लौट जाएंगे। हालांकि प्रधानमंत्री के कुंभ भ्रमण का प्रोटोकॉल आने के बाद ही पूर्ण जानकारी उपलब्ध हो सकेगी । दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के चलते भीड़ का अनायास उनकी ओर बढ़ना तय माना जा रहा है। ऐसे में उनका कार्यक्रम सीमित कैसे रखा जाए और भीड़ से कैसे दूर रखा जाये इस पर सुरक्षा एजेंसियां, मेला प्रशासन के साथ फैसला करेंगी।