डेंगू पीड़ित लड़की के साथ अस्पताल में छेड़छाड़, आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा
नई दिल्ली। अब अस्पताल भी महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। बीते दिनों गुजरात के अहमदाबाद स्थित अपोलो अस्पताल में 22 वर्षीय नर्सिंग की छात्रा ने अपने साथ आईसीयू में बलात्कार होने का आरोप लगाया था।
अब यहीं के प्रहलादनगर रोड स्थित तपन हॉस्पिटल के वार्ड ब्वाय पर डेंगू पीड़ित 17 वर्षीय लड़की ने आरोप लगाया है कि उसके साथ छेड़छाड़ की गई है।
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बोकादेव की रहने वाली 12 वीं क्लास में साइंस की छात्रा ने मंगलावर की सुबह 2 बजे बताया कि वार्ड ब्वाय जो उसका टेंपरेचर रिकार्ड करने आया था, उसने उसके साथ छेड़छाड़ की और उस पर हमला करने की कोशिश की।
मदद की गुहार लगाने पर लड़की के पिता और अन्य लोग आए और छेड़छाड़ के कथित आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया।
लगाई गई ये धाराएं
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अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार आनंद नगर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर पीबी राणा ने कहा कि वार्ड ब्वाय 26 वर्षीय घनश्याम राठौड़ पर आईपीसी की धारा 354 और पॉस्को की धारा 7 और 8 लगाई गई है।
पुलिस के मुताबिक सुनीता (बदला हुआ नाम) 12वीं क्लास में साइंस की छात्रा है। उसे 6 सितंबर से ही बुखार है। सामान्य फिजिशियन से 4 दिन इलाज कराने के बाद जांच में पता चला कि उसे डेंगू है।
जिसके बाद उसे प्रहलाद नगर रोड स्थित तपन अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया। वो 10 सितंबर को अस्पताल में भर्ती हुई।
जांच के बहाने छेड़छाड़
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पुलिस के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी कि सोमावर रात सुनीता को लगातार उल्टी हो रही थी। यह जानकारी उसके पिता को सोमावर-मंगलवार रात में 12.30 बजे दी खुद घनश्याम ने दी जो टेंपरेचर रिकार्ड करने आया था।
सुबह 2 बजे घनश्याम फिर से आया। उसने सुनीता के बगल में थर्मामीटर लगाया और उसके साथ छेड़छाड़ की। इस बात में कोई शक नहीं है कि यह किसी उद्देश्य से नहीं किया गया था।
कुछ देर बाद घनश्याम फिर आया, जिसके बाद सुनीता ने उस पर थर्मामीटर फेंक दिया। जब सुनीता को खतरे का एहसास हुआ तो उसने चिल्लाना शुरू किया। उसके बाद सुनीता के पास पिता और अस्पताल के अन्य अन्य स्टाफ मेंबर पहुंचे।
जब उन्हें घटना की जानकारी हुई तो लोगों ने घनश्याम को पुलिस के हवाले कर दिया।
2 साल में नहीं आई कोई शिकायत
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जांच अधिकारियों का कहना है कि घनश्याम नेहरूनगर की एल कॉलोनी में अपने रिश्तेदारों के साथ रहता है।
मामले पर अस्पताल प्रशासन से डॉ राजेंद्र उपाध्याय ने कहा कि घनश्याम बीते 2 साल से अस्पताल में काम कर रहा है लेकिन उसके खिलाफ कोई शिकायत नहीं आई।
उन्होंने कहा कि हम जांच में पुलिस का सहयोग कर रहे हैं और पीड़िता का इलाज हमारे ही अस्पताल में हो रहा है।