सीएए पर अब आसमान में भिड़े विरोधी और समर्थक, देखिए कैसे काइट फेस्ट में हो रहा मुकाबला
अहमदाबाद. इन दिनों पूरे गुजरात राज्य में पतंगोत्सव की धूम है। मांडवी के बीच, अहमदाबाद का रिवरफ्रंट समेत कई शहरों में खूब पतंगें उड़ाई जा रही हैँ। ऐसे में इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल में पतंगबाजी के कई खास दृश्य देखने को मिल रहे हैं। लोग 'प्याज', 'सीएए'-'एनआरसी' एवं 'महंगाई' के छाप वाली पतंगें उड़ा रहे हैं। सत्ताधारी भाजपा के समर्थक जहां 'सीएए'-'एनआरसी' का सपोर्ट कर रहे हैं, वहीं विरोधी 'नो सीएए' एवं 'नो एनआरसी' वाली पतंगों से विरोध जता रहे हैं। वैसे काइट-फेस्ट का मुख्य आयोजन 14 और 15 जनवरी को होगा, लेकिन आकाश में पतंगों का युद्ध चल रहा है।
आसमान में शुरू हुई सीएए—एनआरसी की लड़ाई
गौरतलब है कि, देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) 10 जनवरी से लागू हो गया है। अब त्यौहार भी है, जिसके चलते राज्य में किसी को सीएए का विरोध प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी जा रही, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने अपना विरोध दिखाने के लिए अनोखे तरीके अपनाने शुरू कर दिए हैं। वे अब पतंगों के जरिए सीएए-एनआरसी का विरोध कर रहे हैं। इन विरोध-प्रदर्शनों को मुस्लिम संगठनों एवं कांग्रेस नेताओं की अगुवाई में किया जा रहा है।
सीएए के विरोध वाली 35000 पतंगें बनवाई गईं
बताया यह भी जाता है कि, अकेले अहमदाबाद में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 35000 ऐसी पतंगें बनवाई हैं, जिन पर 'नो सीएए' या 'नो एनआरसी' लिखा है। ऐसे प्रदर्शन रोकने के लिए राज्य सरकार के गृह विभाग ने धारा-144 का पालन करने का आदेश दिया है।
'हम तो विरोध करेंगे, कोई नहीं रोक सकता'
कांग्रेस के प्रवक्ता मनीश दोशी ने कहा कि, उत्तरायण पर्व ने हमें अपना संदेश फैलाने का अच्छा अवसर दिया है। हमें सीएए का विरोध करने से कोई भी रोक नहीं सकता है, क्योंकि पतंग का उत्सव चल रहा है, हम भी सीएए के विरोध के साथ गुजरातभर में पतंग उडायेंगे।''
मोदी के संदेश वाली 2 लाख से ज्यादा पतंगें
वहीं, भाजपा समर्थक भी पतंगों पर 'नमो नम.. महानायक', 'वी सपोर्ट सीएए' जैसे टेक्स्ट लिखे हुए हैं। खुद नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब वे भी पतंग उडाया करते थे। अब उनके समर्थक खूब पतंग उड़ाते हैं। भाजपा के एक कार्यकर्ता ने कहा, हमने मोदीजी के नाम के संदेश के साथ दो लाख से ज्यादा पतंग बनाई हैं।'