आगरा: प्राइवेट नर्सिंग होम के डॉक्टर में मिला कोरोना वायरस, केस छिपाने के आरोप में दर्ज हुई FIR
आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कोरोना वायरस का एक नया मामला सामने आया है। यहां एक प्राइवेट नर्सिंग होम के डॉक्टर में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। वहीं, पुलिस ने डॉक्टर पर कोरोना का केस छुपाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। दरअसल, उन्होंने लंदन से लौटे अपने बेटे का खुद इलाज किया था। उनके बेटे में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद उन पर मामला छिपाने का आरोप लगा था।
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जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर राजीव गुप्ता का बेटा कुछ दिन पहले ही लंदन से लौटा था, जिसके बाद उसकी तबीयत खराब हुई थी. लेकिन डॉ गुप्ता ने नियमों का पालन न करते हुए इसकी जानकारी प्रशासन को नहीं दी और खुद ही घर में आइसोलेट कर उसका इलाज करते रहे। लेकिन प्रशासन जब ट्रेवल हिस्ट्री को ट्रेस करते हुए हॉस्पिटल पहुंचा तो मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद बेटे की हुई जांच में कोरोना की पुष्टि हुई। अब डॉ राजीव गुप्ता को भी संक्रमण हो गया है। इस मामले को छुपाने के आरोप में उनके ऊपर एफआईआर भी दर्ज हुई है।
आगरा
में
मरीजों
की
संख्या
हुई
12
डॉक्टर
राजीव
गुप्ता
में
कोरोना
वायरस
की
पुष्टि
के
साथ
ही
जिले
में
कोरोना
वायरस
से
संक्रमित
मरीजों
की
संख्या
12
तक
पहुंच
गई
है।
इसी
के
साथ
सूबे
में
कोरोना
से
संक्रमित
मरीजों
की
संख्या
बढ़कर
104
हो
गई
है।
बता
दें
कि
नोएडा
में
मिले
38
मरीजों
में
से
अधिकतर
सीजफायर
कंपनी
के
कर्मचारी
हैं।
इसके
अलावा
मेरठ
में
19,
आगरा
में
12,
लखनऊ
में
9,
गाजियाबाद
में
8,
बरेली
में
6,
बुलंदशहर
में
1,
पीलीभीत
व
वाराणसी
में
दो-
दो
और
मुरादाबाद
लखीमपुर
खीरी,
कानपुर,
शामली,
जौनपुर
और
बागपत
में
एक-एक
मरीज
पाया
गया
है।
वहीं,
अच्छी
खबर
ये
है
कि
अभी
तक
कोरोना
पॉजिटिव
17
मरीज
स्वस्थ्य
हो
गए
हैं
और
उन्हें
अस्पताल
से
भी
छुट्टी
दे
दी
गई
है।
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