आगरा: सफाईकर्मी अरुण की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आईं सामने, पुलिस पिटाई से नहीं, हार्ट अटैक से हुई मौत
आगरा: सफाईकर्मी अरुण की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आईं सामने, पुलिस पिटाई से नहीं, हार्ट अटैक से हुई मौत
आगरा, 21 अक्टूबर: 25 लाख रुपए की चोरी के मामले में जगदीशपुर पुलिस ने सफाईकर्मी अरुण वाल्मीकि को हिरासत में लिया था, जिसकी पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। अरुण की मौत पर सियासी संग्राम तेज हो गया है। इस बीच अरुण की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, अरुण की मौत पुलिस की पिटाई से नहीं, बल्कि हार्ट अटैक से हुई है। इस बात की जानकारी 20 अक्टूबर की देर रात आगरा के एसएसपी मुनिराज ने दी।
आगरा के एसएसपी ने बताया कि अरुण वाल्मीकि का डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया था, जिसकी पीएम रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। पीएम रिपोर्ट के मुताबिक, अरुण वाल्मीकि की मौत का कारण हार्ट अटैक आया है। हालांकि, इस मामले की जांच कराई जा रही है। इससे पहले एसएसपी मुनिराज ने बताया था कि 17 अक्टूबर को जगदीशपुर थाना से 25 लाख रुपए की चोरी हुई थी, जिसका मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में 19 अक्टूबर को पुलिस ने अरुण नाम के व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।
थाना जगदीशपुरा में कस्टडी डेथ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के संबंध में #SSP_AGRA बाइट । pic.twitter.com/MuO24TBYZ9
— AGRA POLICE (@agrapolice) October 20, 2021
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में अरुण ने अपना जुर्म कबूल कर लिया था। वहीं, अरुण के घर से 15 लाख रुपए पुलिस ने बरामद किए है। एसएसपी ने बताया था कि पैसे की रिकवरी के दौरान अरुण की तबीयत खराब हो गई थी, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने अरुण को मृत घोषित कर दिया था। इस मामले में मृतक के परिजनों की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई थी। तो वहीं, एडीजी आगरा जोन राजीव कृष्ण ने बताया युवक से पूछताछ करने वाले सभी पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
ये भी पढ़ें:- 'अगर मेरे साथ तस्वीर लेना गुनाह है तो इसकी सजा मुझे भी मिले'
साथ ही बताया कि राजपत्रित अधिकारी मामले की जांच करेंगे। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। इससे पहले इसी से जुड़े दूसरे मुद्दे में थाने पर मालखाने से सामान चोरी के चलते लापरवाही के मद्देनज़र तत्कालीन एसएचओ सहित 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। उन्होंने बताया कि मुकदमा पहले ही कायम हो चुका है, इसकी निष्पक्ष विवेचना के लिए जांच ज़िले से बाहर की जाएगी।