भारत रत्न न देकर सचिन को सांसद बनाना कांग्रेस की चाल: रामदेव
सचिन तेंदुलकर के राज्यसभा में नामांकन को लेकर बाबा रामदेव ने शनिवार को केंद्र को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सचिन की आड़ में सरकार असली मुद्दों से ध्यान बांटने की कोशिश कर रही है। सचिन को भारत रत्न न देना और उनको राज्यसभा में शामिल करना भी सरकार की राजनीति है। सरकार सचिन को भारत रत्न देने से पहले पार्टी से जोड़ने की कोशीश कर रही है, जिससे वह अपनी राजनीतिक साख हासिल करना चाहती है।
बाबा रामदेव ने कहा कि कांग्रेस को केवल अपनी पार्टी की साख से मतलब है, उसको देश की साख से नहीं, उन्होंने कहा कि सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न न देकर राज्यसभा भेजने के पीछे कांग्रेस की राजनीति है। हालांकि बाबा रामदेव ने कहा कि सांसद बनना पूरी तरह से सचिन का व्यक्तिगत मामला है। राजनीतिक व्यवस्था में फैले भ्रष्टाचार के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार देश में काले धन की वापसी के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है।
बाबा रामदेव ने कहा कि केंद्र सरकार की साख खत्म हो चुकी है। सरकार को अन्ना और बाबा का मिलना पसंद नहीं आया। हम और अन्ना जी एक दूसरे के समर्थ में है, हमने ये कभी नहीं कहा कि अन्ना और हमारे आंदोलनों का विलय हो रहा है। अन्ना और मेरे गठजोड़ से कुछ नेताओं को ऐतराज है। मेरा संबंध सिर्फ अन्ना से है हम टीम अन्ना के बारे में कोई बयान नहीं देंगे।