आम लोग नहीं चाहते कि सचिन राजनीति में आयें
शतकों पर शतक लगाने वाले दुनिया के महान बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर को राज्यसभा में सांसद मनोनित करने पर राजनीति गरमाती नजर आ रही है। इस समय सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि क्या इस महान खिलाड़ी को देश के राजनीति में कदम रखना चाहिए या नहीं?
इसी सवाल का जवाब वनइंडिया ने जनता से पूछा। हमने अपने पाठकों से पूछा कि क्या सचिन को राजनीति में आना चाहिए? इस पर 57.41% लोगो का उत्तर आया कि सचिन तेंदुलकर को राजनीति में कभी नहीं आना चाहिए। वहीं 25.93% लोगों ने कहा कि तेंदुलकर को जरूर राजनीति में आना चाहिए और 16.67% लोंगो ने कहा कि अभी नहीं हां भविष्य में जरूर। यह सर्वे हमने कराया था अपनी वेबसाइट पर।
इसके अलावा हमने एक सर्वे फेसबुक पर इसी सवाल के साथ किया। यहां 82% प्रतिशत लोगो ने कहा कि सचिन को कतई नहीं आना चाहिए, जबकि केवल 6% प्रतिशत लोगो ने कहा कि सचिन को राजनीति में जरूर आना चाहिए।
सचिन को क्रिकेट का भगवान इसलिए कहा जाता है कि क्योंकि वह विवादो से काफी दूर रहते हैं, और शायद इसी कारण पूरे विश्व में उनके समर्थक हैं। उनकी किसी देश का खिलाड़ी नहीं, बल्कि क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। इस भगवान को राजनीति में देखना शायद उनकी समर्थको को भी पसंद नहीं है। सही कारण इस सर्वे में अधिकत्तर लोगों ने कहा है कि सचिन को क्रिकेट में कदम नहीं रखना चाहिए।
आज के समय में हमारे देश की राजनीति इतनी दागदार हो चुकी है कि इस स्वच्छ छवी वाले महान खिलाड़ी को समर्थक राजनीति में नहीं देखना चाहते, क्योंकि उनको डर लगता होगा कि इस पाक साफ छवी वाले प्लेयर के दामन भी कही दागदार न हो जाए।