लोकपाल के लिए स्वतंत्र जांच प्रकोष्ठ होना चाहिए: अन्ना
उन्होंने कहा, हम विधेयक के मौजूदा मसौदे पर निराशा प्रकट करते हैं वहीं हम यह भी चाहते हैं कि जनता की संसद में चर्चा से यथा संभव सर्वश्रेष्ठ कानून सामने आना चाहिए। टीम अन्ना ने कहा, हम अनुरोध करते हैं कि संसद में इन बिंदुओं पर विचार कर उन्हें पारित किया जाए ताकि देश को वास्तविक भ्रष्टाचार निरोधी कानून दिया जा सके। विधेयक के मसौदे में अन्य कई प्रावधानों के प्रति हमारा विरोध बना हुआ है और हम आने वाले सालों और महीनों में विधेयक में सुधार के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
हजारे पक्ष ने सांसदों से अनुरोध किया है कि लोकपाल और लोकायुक्तों को किसी से शिकायत के बिना अपने स्तर पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच करने का अधिकार होना चाहिए। मालूम हो कि संसद में कैबिनेट ने जो लोकपाल बिल पास किया है उसमें अन्ना हजारे की मांग को बिल्कुल दरकिनार कर दिया गया जिसके चलते वह मंगलवार से मुंबई में तीन दिवसीय अनशन करने वाले हैं। अनशन के बाद अन्ना हजारे जेल भरो आंदोलन भी करेंगे।