मायावती के भाई को जाता है घूस का पैसा: भाजपा
भाजपा सचिव किरीट सोमैया ने माया के भाई आनन्द द्वारा संचालित उन कंपनियों के नाम और निवेश की गयी राशि के दस्तावेज दिखाते हुए अपने आरोपों को पुख्ता किया। उन्होंने बताया कि उपरोक्त कंपनियों में मुख्यमंत्री के भाई आनन्द कुमार और उनकी पत्नी विचित्रलता के नाम से दस हजार करोड़ रूपये से ज्यादा की राशि निवेश की गयी है। श्री सोमैया ने कहा कि दस्तावेज पूरी तरह से सही और सच्चे हैं और यदि सुश्री मायावती को इन पर शक है तो वह दस्तावेजों को अदालत में चुनौती दे सकती हैं।
उन्होंनें कहा कि उनके पास इस सम्बंध में पर्याप्त दस्तोज हैं जिन्हें वह अदालत में भी पेश कर सकते हैं। दोनों नेताओं ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय केन्द्र सरकार के तहत हैं लेकिन आश्चर्य है कि उसे मुख्यमंत्री के रिश्तेदार के दस हजार करोड़ रूपये जो 26 कंपनियों में निवेश किए गए उनकी जानकारी नहीं हो पायी। इस अवसर पर उपस्थित मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व यूपी चुनाव प्रभारी सुश्री उमा भारती और किरीट सोमैया ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में कोई कार्य तो करते नहीं बस राजनीति करते नजर आते हैं।
उन्होंनें कहा कि सुश्री मायावती के भाई और भाभी की ओर से किये गये इस निवेश के दस्तावेज कांग्रेस अध्यक्ष और महासचिव को भी भेजे जायेंगे। इसके बाद पता चलेगा कि केन्द्र सरकार इस पर क्या कार्रवाई करती है। उन्होंनें कहा कि मुख्यमंत्री के भाई और उनकी पत्नी की और संपत्ति के बारे में अगले पन्द्रह दिनों में कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जारी किए जाएंगे। दूसरी ओर सुश्री भारती ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तक मुख्यमंत्री और उनके रिश्तेदारों द्वारा अर्जित की गयी संपत्ति के विरोध में न्याय मार्च निकाला।
उमा भारती को अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण से रोक दिया गया। भारी पुलिस बल की मौजूदगी को देखते हुए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कुछ दूर एकत्र होकर वहां मौजूद लोगों के बीच दस्तावेज की प्रतियां बांटी। दलित नेता संघप्रिय गौतम ने कहा कि सुश्री मायावती कहीं से भी अंबेडकर के विचारों को मानने वाली और उनके पद चिन्हों पर चलने वाली नहीं हो सकतीं।