कभी अन्ना के ही गुण गाया करता था केजरीवाल का हमलावर
पुलिस हिरासत से बाहर आने के बाद जितेंद्र ने कहा कि मैं अन्ना की भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरु की गई मुहिम से शुरू से ही प्रभावित था। इतना ही नहीं जितेन्द्र ने कहा कि मैने दिल्ली के जंतर मंतर और रामलीला मैदान में अन्ना के कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर उन्हें अपना समर्थन भी दिया है। जितेंद्र की मानें तो उसे नाराजगी सिर्फ इस बात से थी कि टीम अन्ना ने हिसार में कांग्रेस को वोट न देने की अपील क्यों की। वह अन्ना से नहीं बल्कि उनकी टीम द्वारा कांग्रेस विरोधी अभियान से नाराज था।
मीडिया से बातचीत करते हुए जितेंद्र ने कहा कि मैंने किया उसकी मुझे कोई शर्मिंदगी नहीं है। अन्ना हजारे के खिलाफ भी हम ऐसी हरकत कर सकते हैं। उसका भी मुझे कोई पछतावा नहीं होगा। जितेंद्र ने कहा कि अन्ना हजारे शीतकालीन सत्र में जनलोकपाल विधेयक पारित न होने की दशा में उत्तर प्रदेश आकर कांग्रेस के खिलाफ प्रचार करने की बात कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में दाखिल होने से पहले अन्ना स्पष्ट करें कि वह कांग्रेस का विरोध क्यों कर रहे हैं।
जितेन्द्र ने कहा कि पिछले दिनों मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के लोगों द्वारा उत्तर भारतीयों पर हुए हमले के विरोध में उन्होंने कुछ क्यों नहीं बोला और उत्तर भारतीय पर हमले करवाने वाले मनसे प्रमुख राज ठाकरे को जेल में डालने की मांग को लेकर वह अनशन क्यों नहीं कर रहे हैं।' जितेंद्र ने कहा कि अगर इन सवालों के जवाब दिए बिना अन्ना उत्तर प्रदेश में कदम रखेंगे तो हमारे जैसे नौजवान अन्ना पर हमले करते रहेंगे।