अन्ना का समर्थक बना शोले का वीरू
उसका कहना था पहले अन्ना की बात सरकार माने तभी उतरेगा। आखिर एसडीएम ने कहा आपकी बात सरकार तक पहुंचाएंगे। फिर ठेकेदार पिता ने फोन पर समझाया तो वह नीचे उतरा। यह युवक दीपक मेहता है जोकि युवा एकता क्रांतिकारी क्लब का प्रधान । दीपक 185 फुट ऊंचे टावर पर चढ़ा तो देखते ही देखते लोगों की भीड़ लग गई। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि माजरा क्या है। उपतहसीलदार राजेंद्र भौरिया, एसडीएम मांगेराम ढुल भी पहुंच गए। एंबुलेंस भी मंगवा ली गई।
थाना प्रभारी जसवंत सिंह ढिल्लो ने दीपक से नीचे उतरने को कहा लेकिन कहने लगा कि जब तक अन्ना हजारे अन्न ग्रहण नहीं करते और केंद्र सरकार उनकी सुध नहीं लेती वह ऊपर ही रहेगा। बाद में प्रशासन ने उसके ठेकेदार पिता धर्मचंद महता को बुलवाया। तीन घंटे बाद वह मान गया। यह पूछने पर कि अन्ना तो नौ दिन से अनशन कर रहे हैं, उन्होंने तो टावर पर चढऩे जैसी बात नहीं कही। दीपक ने कहा कि वह टावर पर चढ़कर सरकार का ध्यान खींचना चाहता था। प्रशासन को उसने पहले ही बता दिया था कि वह तब तक टावर पर बैठा रहेगा जब तक अन्ना की बात नहीं मानी जाती। इसके लिए उसे अगर कई दिनों तक भूखा भी रहना पड़ता तो वह तैयार था।