लगी आज सावन की फिर वो झड़ी है....
इसी महीने मे औरतें मेंहदी पीसकर अपनी हथेलियों में लगाती है और झूला झूलती है, और कजरी गाकर आनंदित होती है। बारिश की मीठी बूंदों ने सावन का खूबसूरत आगाज कर दिया है। गर्म पकौड़ो के साथ चाय की चुस्कियां लेते हुए लोग बेहद ही खुश नजर आ रहे हैं। सावन का मतलब होता है कि बस अब त्यौहारों का मौसम आ गया है।
भले ही वक्त ने आज करवट ले ली हो लेकिन कोई भी त्योहारों की महिमा को खत्म नहीं कर पाया है। झमाझम फुहारों के बीच में कार या बाइक पर अपनों के साथ भुट्टा खाने का मजा ही कुछ और हैं। सच मानिये तो त्योहार अपनों को परंपराओं और रीति-रिवाजों से जोड़ने का काम करता है।
इस बार का सावन भी यही मीठा संदेश लेकर आपके बीच आया है। तो चलिए अपनों का साथ निभाने का वक्त आ गया है... तो देर किस बात की है कर दीजिये ये वक्त आप सावन और अपनों के नाम और हो जाईये सावन की मस्ती में चूर।