गुड़गांव में 50 पुलिसवालों के सामने भीड़ ने हत्यारे को जिंदा जलाया
हयातपुर में सरपंच की हत्या के बाद गांव के लोगों ने एक हमलावर को जिंदा जला दिया। हमलावर ने अपने दो अन्य साथियों के साथ बाइक पर सवार होकर सरपंच पर गोलियां बरसाई थीं। जिनमें से दो बदमाश तो भागने में सफल हो गए जबकि एक ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया। ग्रामीणों ने सरपंच के हत्यारोपी के घर को भी आग के हवाले कर दिया।
हयातपुर में चुनावी रंजिश के चलते दो गुटो में चल रहे तनाव के चलते गैंगेस्टर राकेश पुत्र लीलू ने सुपारी किलर भेजकर बृहस्पतिवार की दोपहर को सरपंच 24 वर्षीय राकेश पुत्र श्रीनारायन की हत्या करवा दी। एक बाइक पर सवार तीन अज्ञात बदमाश मौके पर पहुंचे। उन्होंने ताश खेल रहे सरपंच राकेश को आवाज देकर बुलाया। सरपंच के खड़े होते ही बदमाशों ने उस पर ताबड़तोड़ पांच गोलियां दाग दीं। एक गोली सरपंच के पास बैठे धर्मवीर को लगी। इसके बाद तीनों बदमाशों ने बाइक छोड़कर मौके से भागने का प्रयास किया लेकिन एक हमलावर ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया और ग्रामीणों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी।
इस दौरान राकेश सरपंच व धर्मवीर को निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां डाक्टरों ने सरपंच को मृत घोषित कर दिया। यह सूचना पहुंचते ही ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने पकड़े गए हमलावर के ऊपर तेल छिड़क कर उसे जिंदा जला दिया। इस दौरान करीब पचास पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे।
हालांकि पुलिस ने हमलावर को ग्रामीणों की गिरफ्त से छुड़ाने का प्रयास किया लेकिन आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव शुरु कर दिया। इस दौरान पुलिस ने ग्रामीणों को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया। पुलिस ने गंभीर अवस्था में झुलसे हुए हमलावर को सिविल अस्पताल पहुंचाया। रास्ते में उसकी मौत हो गई। उसकी पहचान नहीं हो सकी है।
पुलिस के मुताबिक सरपंच राकेश पर हमले के सूत्रधार राकेश पुत्र लीलू पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया है। उन्होंने बताया कि 10 दिन पहले बोरिंग को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। जिसके बाद सेक्टर 10 थाना पुलिस ने सरपंच राकेश के बयान पर जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज किया था।