जापान: टोक्यो का पेय जल प्रदूषित, बच्चों को रेडिएशन का खतरा
रिएक्टर 1: प्रशीतक उपकरण काम ना करने से बने दबाव की वजह से से कोर ब्लॉको नुकसान पहुंचा है। इमारत में छेद हो गया है जिससे लगातार रेडियोएक्टिव विकिरण युक्त गैस रिस रही है। हालांकि बिजली की आपूर्ति बहाल हो चुकी है।
रिएक्टर 2: रिएक्टर 2 की स्थिति भी पले रिएक्टर जैसी ही है, यहां भी कोर ब्लॉक को काफी नकसान पहुंचा है और इमारत में छेद होने से प्रदूषित गैस का रिसाव हो रहा है। हालांकि बिजली की आपूर्ति यहां भी बहाल हो चुकी है।
रिएक्टर 3: रिएक्टर 3 भी बिजली की पूर्ति बहाल हो चुकी है और यहां के प्रशीतक में पानी की सप्लाई भी हो रही है। लेकिन यहां भी ईंधन की रॉड पिघल चुकी हैं और कोर ब्लॉक को भी पर्याप्त नुकसान पहुंच चुका है।
रिएक्टर 4: बिजली की आपूर्त यहां भी बहाल कर दी गई है, इस रिएक्टर को भूकंप से पहले पूरी तरह बंद कर दिया गया था। लेकिन आग और धमाके यहां ईं रॉड के पिघलने से हो रहे हैं हालांकि पानी की आपूर्ति भी बहाल कर दी गई है।
रिएक्टर 5और6: रिएक्टर्स बंद किए जा चुके हैं। पिघले हुए ईंधन के पूल का तापमान अब काफी हद तक नियंत्रण में आ चुका है और यहां की बिजली आपूर्ति भी बहाल कर दी गई है।
इन सब के बावजूद जापान के फुकुशीमा शहर के दायची स्थित इस परमाणु संयंत्र से रेडिएशन का रिसाव लगातार हो रहा है और एप्को जो कि इस परमाणु संयंत्र को संचालित कर रहा है, उसके इंजीनियर और वैज्ञानिक रेडिएशन के रिसाव को रोकने के लिए रात-दिन मेहनत कर रहे हैं। जापान में लोगों की स्थिति इस समय भयावह है, वहां से 2 मिलियन से ऊपर लोग पीने के पानी को तरस रहे हैं, जापान में इस समय पेय जस की सबसे अधिक किल्लत है।