यूएई में 14 साल से कम उम्र के किशोर करते हैं धूम्रपान
समाचार पत्र 'खालीज टाइम्स' ने एक वैश्विक सर्वेक्षण के हवाले से बताया है कि स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए किशोरों के बीच तम्बाकू का इस्तेमाल चिंता का विषय बना हुआ है क्योंकि नए आंकड़े बताते हैं कि पिछले पांच सालों में धूम्रपान करने वाले छात्रों की संख्या बहुत बढ़ गई है।
पिछले साल स्वास्थ्य मंत्रालय के 'ग्लोबल स्कूल-बेस्ड स्टूडेंट हेल्थ सर्वे' (जीएसएचएस) ने अमेरिका के 'सेंटर्स फॉर डीसीजेस कंट्रोल' (सीडीसी) और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ एक अध्ययन किया था।
यह सर्वेक्षण 2,581 लोगों पर किया गया था। इसके मुताबिक देश में 82.1 प्रतिशत छात्र (पुरुष व महिला छात्र दोनों) ऐसे थे जिन्होंने सिगरेट का पहला कश 14 साल की उम्र से पहले लिया था जबकि 39 प्रतिशत ऐसे छात्र थे जिन्होंने 13 साल या उससे कम उम्र में ही अपनी पहली सिगरेट पी ली थी।
पुरुष छात्रों में कम उम्र में धूम्रपान शुरू करने की प्रवृत्ति ज्यादा देखी गई, 79.4 प्रतिशत महिला छात्रों की तुलना में 83.7 प्रतिशत पुरुष छात्र जल्द धूम्रपान शुरू कर देते हैं।
'दुबई हेल्थ अथॉरिटी' ने निजी स्कूलों में ऐसा ही एक सर्वेक्षण किया था, जिसके मुताबिक 71 प्रतिशत छात्र धूम्रपान करते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।