भारतीय किशोरों में बढ़ रही है शराब की लत
शोध के मुताबिक किशोरों में शराब की लत बढ़ने की मुख्य वजह परिजनों से दूर रहना, धन की आसान उपलब्धता, तनाव और अवसाद का बढ़ना है।
एसोचेम द्वारा कराए गए शोध में पता चला है कि महानगरों में रहने वाले इंटरमिडिएट की पढ़ाई करने वाले 45 फीसदी छात्र बहुत अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं।
शोध में कहा गया है कि आमतौर पर महानगरों के युवा महीने में पांच से छह बार शराब का सेवन करते हैं। शोध के दौरान मुम्बई, कोच्चि, चेन्नई, हैदराबाद, इंदौर, पटना, पुणे, दिल्ली, चण्डीगढ़ और देहरादून जैसे शहरों के करीब 2000 किशोरों से राय ली गई।
ज्यादातर किशोरों का कहना है कि वे अत्यधिक दवाब से छुटकारा पाने के लिए शराब का सेवन करते हैं जबकि बाकी का कहना था कि वे दैनिक परेशानियों से बचने के लिए शराब पीते हैं।
32 फीसदी किशोरों ने कहा कि परेशानी की स्थिति में वे शराब का सेवन करते हैं जबकि 18 फीसदी का कहना है कि अकेले रहने के कारण वे शराब का सेवन करते हैं।
15 फीसदी किशोर प्रति वर्ष 3500 से 4000 रूपये सिर्फ शराब पर खर्च करते हैं। इनमें से सबसे अधिक शराब जन्मदिन की पार्टियों और विदाई समारोहों के दौरान पी जाती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।