प्रत्यक्ष कर संहिता लागू होने पर कर संग्रह बढ़ेगा: मित्रा
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक सम्मेलन के दौरान मित्रा ने कहा, "पहले साल कर संग्रह कम रहेगा। लेकिन हमें उम्मीद है कि अगले सालों में कर संग्रह में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।"
उन्होंने कहा कि पहले साल सरकार को 55,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा। यह नुकसान निगम करों के क्षेत्र में सबसे ज्यादा 39,000 करोड़ रुपये का होगा।
नए नियमों के तहत प्रस्तावति कर रहित आय की न्यूनतम सीमा 1.6 लाख से बढ़ाकर 2 लाख तक की जाएगी यह एक अप्रैल 2012 से लागू होगा।
निगम कर की दर 33 प्रतिशत से घटकर 30 प्रतिशत होगी।
मित्रा ने कहा कि प्रत्यक्ष कर संहिता का उद्देश्य कर दरों में कमी करना नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य कर व्यवस्था में पारदर्शिता, स्थिरता, सततता और स्पष्टता लाना है।
उन्होंने कहा कि नई कर योजना वैश्विक स्तर की है और इससे उद्योगों और व्यक्तियों को लाभ मिलेगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।