यूआईडी से आम आदमी को लाभ मिलेगा : मनमोहन (लीड-2)
तेम्बली गांव में यूआईडी कार्डो का पहला सेट सौंपते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "भारत के प्रत्येक नागरिक को विशिष्ट पहचान देना हमारी महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। यह योजना गरीबों, पिछड़े वर्ग के लोगों एवं महिलाओं को हमारी अन्य योजनाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाएगी।"
लगभग 500 लोगों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा, "यह ऐसी योजना है जो आपको एक पहचान देगी। इस योजना के माध्यम से आप अपनी आवाज बुलंद कर पाएंगे।"
सिंह ने कहा कि इस योजना से दूर-दराज के भारतीय गांवों में बसे लोग बैंकिंग सुविधा का लाभ ले सकेंगे। "यह योजना सरकार की सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने वाली बुनियाद साबित होगी।"
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने समरोह में भाग लिया।
इससे पहले सिंह एवं सोनिया ने दर्जनों ग्रामीणों को विशिष्ट पहचान संख्या के कार्ड सौंपे, जिन्हें 'आधार' नाम दिया गया है। भारत के विशिष्ट पहचान प्रधाधिकरण (यूआईडीएआई) की यूआईडी योजना पूरे देश में लागू की जाएगी।
मनमोहन सिंह ने कहा, "मैं यूआईडीएआई के प्रमुख नंदन नीलेकणि और उनकी टीम को यह योजना सफलतापूर्वक शुरू करने का साहस दिखाने के लिए बधाई देता हूं।"
मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि यह नंदुरबार और महाराष्ट्र के लिए गर्व की बात है कि यह प्रतिष्ठापूर्ण राष्ट्रीय योजना पहली बार यहीं लागू हुई है।
सिंह ने महाराष्ट्र में यूआईडी पाने के लिए पहल करने पर चव्हाण को धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि यूआईडीएआई ने अगले पांच वर्षो के दौरान प्रत्येक भारतीय को विशिष्ट पहचान देने वाली इस योजना की घोषणा 2009 में की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।