महाराष्ट्र में 10 नागरिकों को जारी किया गया विशिष्ट पहचानपत्र संख्या (लीड-1)
यहां आयोजित एक समारोह के दौरान रंजना सोनवाणे को देश में सबसे पहले यूआईडी मिलने पर ग्रामीणों ने ताली बजाकर स्वागत किया।
इसके बाद ग्रामीणों और रंजना के बेटे को पहचान पत्र दिया गया। पहचान पत्र का नाम 'आधार' रखा गया है। भारतीय विशिष्ट पहचान पत्र प्राधिकरण (यूआईडीएआई) यूआईडी परियोजना को संचालित कर रहा है।
मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय योजना की यहां से शुरुआत नंदूरबार और महाराष्ट्र के लिए गर्व की बात है।
गौरतलब है कि जुलाई 2009 में यूआईडीएआई योजना की घोषणा की गई थी जिसके तहत देश के एक अरब लोगों को विशिष्ट पहचान पत्र देने की व्यवस्था है।
किसी व्यक्ति या महिला को यूआईडी संख्या आवंटित किए जाने के बाद उसकी बायोमेट्रिक्स पहचान की जा सकेगी। यूआईडी संख्या एक व्यक्ति की पहचान होगी और जिसका वह जीवनभर इस्तेमाल कर सकता है।
सोनिया ने सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी 'इंफोसिस' के सह-संस्थापक और यूआईडीएआई के अध्यक्ष नंदन नीलेकणि को बधाई दी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।