अयोध्या विवाद : प्रधानमंत्री व सोनिया की शांति की अपील (लीड-1)
नई दिल्ली, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को लोगों से अपील की कि अयोध्या के संवेदनशील मुद्दे पर अदालत का फैसला आने के बाद वे हर कीमत पर शांति और साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखें।
बुधवार को कई अखबारों में प्रकाशित आधे पृष्ठ के विज्ञापन में सिंह ने कहा है, "हमें यह याद रखना चाहिए कि अदालत का आने वाला फैसला न्यायिक प्रक्रिया का एक कदम है, जिसे सभी पार्टियों को स्वीकार करना चाहिए।"
मनमोहन सिंह ने कहा कि यदि किसी पार्टी को यह महसूस होगा कि इस विवाद पर आगे वैधानिक विचार की जरूरत है तो वे न्यायिक त्रुटियों को दूर करने की दिशा में कदम उठा सकते हैं।
उन्होंने कहा, "भारत के सभी वर्गो के लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे फैसला आने के बाद धैर्य और शांति बनाए रखें।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "किसी वर्ग के लोगों को दूसरे वर्ग के लोगों की भावनाओं को भड़काना नहीं चाहिए, क्योंकि इससे से अन्य लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचेगा।"
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मंगलवार को राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में इलाहबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ को फैसला सुनाने की अनुमति देने के बाद मनमोहन सिंह एवं सोनिया ने यह अपील की है। इस मामले में गुरुवार को फैसला आएगा।
सोनिया ने कहा, "मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि अदालत का जो भी फैसला हो, आप उसे स्वीकार करें और भारतीय न्याय व्यवस्था में अपना विश्वास बनाए रखते हुए हर कीमत पर शांति, एक-दूसरे के प्रति सम्मान और भाईचारा बनाए रखें। भावनात्मक एकता भारत की बहुत बड़ी ताकत है।"
उन्होंने कहा, "हम सभी जानते हैं कि इलाहबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ गुरुवार को इस संवेदनशील मुद्दे पर अपना फैसला सुनाएगी। हम यह भी जानते हैं कि हमें हमारी न्याय प्रणाली की निष्पक्षता में अपना विश्वास जताते हुए अदालत के फैसले को स्वीकार करना होगा, फिर चाहे वह फैसला कुछ भी हो।"
उन्होंने कहा, "यह हमारी न्याय प्रणाली के लिए गर्व का विषय है और साथ ही हमारे सहिष्णु समाज का प्रतिबिम्ब है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।