परमाणु दायित्व विधेयक पर चव्हाण ने मांगा वाम दलों का समर्थन
नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने मंगलवार को वामपंथी नेताओं से मुलाकात कर विवादास्पद परमाणु दायित्व विधेयक पर सहमति बनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि सरकार विधेयक से संबंधित आपत्तिजनक मसलों पर सुझावों पर विचार करने को तैयार है।
चव्हाण ने मंगलवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा से अलग-अलग मुलाकात की।
इस दौरान चव्हाण ने उन्हें सरकार की इस मंशा से अवगत कराया कि वह विधेयक के उपबंध 17 (बी) में सुधार करने को तैयार है।
मूल विधेयक में उपबंध 17(बी) में कहा गया है कि आपूर्तिकर्ता के खिलाफ दावा करने का ऑपरेटर के पास अधिकार होगा। लेकिन यह अधिकार तब होगा, "जब आपूर्तिकर्ता या उसका कर्मचारी सरासर लापरवाही के जरिए या सोची-समझी रणनीति के तहत नुकसान पहुंचाया हो।" विपक्ष इसका विरोध कर रहा है।
राजा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि चव्हाण ने उपबंध 17 (सी) में आधिकारिक संशोधनों के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि सरकार किसी भी सलाह पर विचार करने को तैयार है।
उन्होंने कहा, "देखते हैं कि सरकार क्या संशोधन करती है। उसके बाद पार्टी अपना रुख तय करेगी।"
येचुरी ने कहा कि पार्टी उस विधेयक की प्रतिलिपि देखना चाहेगी जो बुधवार को लोकसभा की कार्यसूची में रखा जा सकता है।
चव्हाण ने सोमवार को इसी विधेयक पर सहमति बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली से मुलाकात की थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।