शारदा का जलस्तर खतरे के निशान के पार, प्रशासन सतर्क
लखनऊ, 13अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में घाघरा और शारदा नदियों के उफान पर आने से लखीमपुर खीरी, बहराइच और बाराबंकी जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है।
लखीमपुर जिले की पलिया तहसील में शारदा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 153.62 मीटर से 12 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है।
लखीमपुर खीरी के अपर जिलाधिकारी (वित्त) तुलसीराम ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि अभी बाढ़ का पानी आबादी के आस-पास नहीं पहुंचा है। केवल पलिया तहसील के गोविंदपुर गांव के निकट ही कटान हुआ है। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन के अधिकारी पूरे हालात पर नजर रखे हुए हैं।
उधर, बहराइच और बाराबंकी में घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के निकट पहुंच गया है। बहराइच के जिला आपदा अधिकारी वीरेंद्र पांडे ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि घाघरा का जलस्तर अभी तक खतरे के निशान से नीचे बह रहा है। हालात चिंताजनक नहीं है।
उन्होंने कहा कि आदमपुर-रेवली तटबंध पर कटान लगातार कम हुआ है। प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) को सतर्क कर दिया गया है। राज्य के मिर्जापुर जिले में गंगा, आगरा और इटावा में यमुना नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है। जलस्तर फिलहाल खतरे के निशान के ऊपर नहीं पहुंचा है। गंगा, यमुना व उसकी अन्य सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि का मुख्य कारण पर्वतीय हिस्से में हो रही भारी बारिश है।
राज्य के तराई, पश्चिमी और मध्य क्षेत्र में सामान्य और तेज बारिश का दौर जारी है। गाजीपुर, धौरहरा, वाराणसी, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, मिर्जापुर, इटावा, कानपुर, लखनऊ, फतेहपुर सहित कई जिलों में गुरुवार को बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान लखनऊ का अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।