'अर्जेटीना में गर्भनिरोधक उपाय बना गर्भपात'
मानवाधिकार संगठन 'ह्यूमन राइट्स वाच' (एचआरडब्ल्यू) की महिला अधिकारों की शाखा की निदेशक मैरिएनी मोलमैन ने मंगलवार को समाचार एजेंसी ईएफई से कहा, "बाकी के क्षेत्र में 20 प्रतिशत गर्भधारणों का गर्भपात करा दिया जाता है। अर्जेटीना में गर्भपात एक गर्भनिरोधक उपाय बन गया है।"
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट 'इल्युजन्स ऑफ केयर: लैक ऑफ एकाउंटैबिलिटी फॉर रिप्रोडक्टिव राइट्स इन अर्जेटीना' बताती है कि 2005 से अब तक की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। एचआरडब्ल्यू ने 2005 में भी ऐसा ही अध्ययन किया था।
एचआरडब्ल्यू की इस रिपोर्ट को पेश करने ब्यूनस आयर्स पहुंची मोलमैन कहती हैं, "यह स्पष्ट है कि जहां अर्जेटीना की आबादी बदल रही है और गर्भपात को गैर आपराधिक घोषित करवाना चाहती है वहीं राजनेता कैथोलिक चर्च से कोई झगड़ा नहीं चाहते हैं। उन्होंने समलैंगिक विवाह को मंजूरी (पिछले महीने) दी लेकिन इस दिशा में कुछ नहीं करना चाहते हैं जबकि यह जीवन और मृत्यु का विषय है।"
उन्होंने कहा, "सरकार ने वर्ष 2008 में गर्भनिरोधक युक्तियों का वितरण नहीं किया क्योंकि नौकरशाही कारणों से उन्हें संग्रहित करके रखा गया था।" उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय की हाल ही में जारी की गई अनुशंसाओं की भी निंदा की। इन अनुशंसाओं में कहा गया था कि दुष्कर्म के बाद होने वाले गर्भधारण का अदालत की इजाजत के बिना ही गर्भपात कराया जा सकता है।
अर्जेटीना में गर्भपात पर कानूनी प्रतिबंध है। मां की जान को खतरा होने या गर्भधारण की वजह दुष्कर्म होने के हालातों में ही गर्भपात कराया जा सकता है।
एचआरडब्ल्यू रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि असुरक्षित स्थितियों में होने वाले कई अवैध गर्भपात देश में होने वाली मातृ मृत्यु के प्रमुख कारण हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।